पुलिस ने सात लोगों को पूछताछ के लिए उठाया तो मिला सुराग
युवती को बचाने के चक्कर में हुई थी फौजी की हत्या, आज हो सकता है खुलासा
धूमनगंज में फौजी आशुतोष सिंह की हत्या के पीछे महिला मित्र के साथ गैंग रेप था। फौजी ने इसका विरोध किया था। इसी पर वहशियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। इस सनसनीखेज फैक्ट की तरफ इशारा युवती ने घटना के बाद हिरासत में लिये जाने के दौरान ही कर दिया था। सोमवार को पुलिस ने इस मामले में आधा दर्जन से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए उठाया तो पुष्टि भी हो गयी। इसके आधार पर पुलिस ने युवती का मेडिकल कराने का फैसला लिया है। पुलिस ने एफआईआर रिवाइज करने के लिए भी रिपोर्ट तैयार कर ली है। सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को पुलिस पूरे घटनाक्रम का खुलासा कर सकती है।
बेसुध समझ कर दिए थे कार के अंदर
धूमनगंज के नीमसराय गयासुद्दीन मैदान में शनिवार को कार के अंदर जम्मू में तैनात आशुतोष सिंह की बॉडी मिली थी। उसकी हत्या की गयी थी। इसकी जानकारी मृतक की पत्नी को उसके साथ रही महिला ने दी थी। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया था। मृतक के पिता ने हत्या की साजिश का आरोपी भी इसी महिला को बना दिया था। हालांकि, पुलिस हिरासत में अफसरों के सामने हुई पूछताछ में युवती ने गैंग रेप की बात बतायी थी। इसी के आधार पर उसके मेडिकल कराने का फैसला हुआ था और कपड़े सुरक्षित रखवा लिये गये थे। बाद में पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव है तो मेडिकल जांच टल गयी। उधर, घटना की पड़ताल में जुटी पुलिस के सामने करीब आधा दर्जन लोगों के नाम सामने आये। पुलिस ने दबाव बनाकर दबिश देना शुरू किया तो एक के बाद एक आरोपित पकड़े जाने लगे। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को उठा लिया है।
हमलावरों ने ही की पुष्टि
विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि पूछताछ में पकड़े गए लोगों द्वारा कई चौंकाने वाले राज पुलिस को बताए गए हैं। हवलदार के कत्ल में कुल सात लोग शामिल थे। बताया तो यह भी जा रहा है कि हवलदार एक युवती को कार से लेकर वहां पहुंचा था। दोनों को कार में बैठकर बात कर रहे थे। उन्हें मैदान में पहले से मौजूद लड़कों ने बात करते हुए देखा तो दो उनके पास पहुंच गये। लड़की को देखकर उनकी नीयत खराब हो गयी तो उन्होंने अपने अन्य साथियों को भी बुला लिया। सातों ने कार को घेर लिया और अश्लील इशारे करने लगे। इस पर हवलदार को गुस्सा आ गया और वह कार से उतर कर विरोध करने लगा। हवलदार ने खुद को लड़कों से पीएसी का जवान बताया और एक युवक को पकड़ लिया। यह देखकर उसके एक साथी ने पीछे से सिर पर वार कर दिया। पत्थर लगा तो हवलदार गिरकर तड़पने लगा। इसके बाद भी उसके सिर पर वार किया गया। बाद में उसे बेहोश समझकर कार की पीछे वाली सीट पर बैठा दिया गया।
इसके बाद ले गए गंगा के किनारे
इतना कुछ करने के बाद युवकों ने युवती को खींच लिया और गंगा किनारे ले गये। यहां चार युवकों द्वारा युवती के साथ रेप किया गया। दो युवक पहरेदारी करते रहे। सात में एक ने पुलिस को बताया कि वह केवल पास में खड़ा था। किसी तरह युवती कार के पास पहुंची तो हवलदार का दम टूट चुका था। इससे वह घबरा गई और उसकी पत्नी को फोन कर घटना की जानकारी दी। इज्जत बचाने के लिए युवती बार-बार अपना बयान बदलती रही और खुद कटघरे में खड़ी हो गयी। सारे फैक्ट पुलिस को मालूम चलने के बाद ही शायद युवती का मेडिकल कराने के लिए रि-रिपोर्ट पुलिस द्वारा भेजी गई।
पुलिस कातिलों तक पहुंच चुकी है। जल्द ही सभी आरोपित गिरफ्तार होंगे और पूरे घटनाक्रम का खुलासा हो जाएगा। युवती का मेडिकल कराने के लिए रि-रिपोर्ट भेजी गई है।
दिनेश सिंह
एसपी सिटी