प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहर में स्ट्रीट लाइटों का जिम्मा नगर निगम स्वयं उठाएगा। सितंबर के दूसरे सप्ताह से नगर निगम पूरी सक्रियता से कार्य शुरू कर देगा। टीम बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके पहले स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी चार कंपनियों के हाथ में थी। 2017 के अनुसार शहर में 80 वार्डों में 60 हजार स्ट्रीट लाइट अलग-अलग चार कंपनियों की ओर से लगाई गई है। इसमें से 15 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइट पिछले कई महीनों से खराब है। शिकायत करने पर कंपनियों की ओर से समाधान के बजाय एक दूसरे की स्ट्रीट लाइट होने की बात कह कर अपना-अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। इस तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए नगर निगम सितंबर से शहर के 72 वार्डों में लगी सभी स्ट्रीट लाइटों का रख रखाव करेगी।

72 वार्डों में एक साथ शुरू करेगा काम
60 हजार स्ट्रीट लाइट लगी हैं शहर में
75 लाख रुपये प्रतिमाह खर्च होता है मेंटेनेंस पर
15 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइटें हैं खराब

पार्षदों ने उठाया था मुद्दा
पहले से काम कर रही अन्य छोटी कपंनियों को विस्तारित क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइटों को लगाने और उसे ठीक करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। शहर की सड़कों पर रात में अंधेरा न हो इसके लिए स्ट्रीट लाइटों को ठीक करने के लिए प्रतिमाह 75 लाख रुपये खर्च किया जाता। फिर भी कंपनियों की ओर से स्ट्रीट लाइटों को दुरुस्त करने में लापरवाही की जाती है। सदन में भी पार्षदों ने इस मामले को सदन में उठाया है। सदन में मामला उठने के बाद महापौर ने नगर निगम के साथ इइएसएल को शहर के सभी लाइटों को ठीक कराने को कहा है। वहीं एसआरएम, गंगा, और न्यू एनर्जी को गंगापार यमुनापार के विस्तारित क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट दुरुस्त करेंगी।

स्ट्रीट लाइट खराब होने की शिकायत अक्सर आती रहती है। उसे समय रहते दुरुस्त भी कराया जाता है। पहले कंपनियों के माध्यम से स्ट्रीट लाइटों का रख रखाव किया जाता था। अगले महीने से नगर निगम भी इस कार्य को पूरी सक्रियता से करेगा।
आरके लाल अधिशासी अभियंता नगर निगम बिजली विभाग