प्रयागराज (ब्यूरो)। क्लाइमेट एजेंडा की ओर से जारी रिपोर्ट में शहर के तीन एरिया में एयर पाल्यूशन बढ़ा हुआ पाया गया। जिनमें झूंसी, एमएनएनआईटी और नगर निगम का एरिया शामिल रहा। यहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर काफी गिरा हुआ रहा। जिससे लोागें के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंच सकता है। एजेंडा की ओर से बताया गया कि दीवाली पर पटाखों से निकलने वाला ध्ुाआं और रोड पर बढ़ा ट्रैफिक इसका मेन कारण है।
आता है तीन ओर से ट्रैफिक
नगर निगम एरिया में सबसे ज्यादा एयर क्वालिटी खराब होने का कारण यहां पर तीन ओर से आने वाला ट्रैफिक प्रेशर है। पहला सिविल लाइंस की ओर से, दूसरा डीआरएम कार्यालय और तीसरा पानी की टंकी तरफ स आने वाली गाडिय़ां हैं। इसके अलावा इस एरिया के नजदीक तमाम दीवाली मार्केट और फूड जोन बनाया गया है जिससे यहां आने वाले वाहनों की संख्या अधिक है। साथ ही दीवाली की शाम पटाखों से निकलने वाले धुआं भी अध्किा रहा। इन कारणेंा की वजह से एयर पाल्यूशन बढ़ा हुआ पाया गया है।
कहां कितना रहा एयर पाल्यूशन
- झूंसी में एयर क्वालिटी इंडेक्स 242 पाया गया है।
- एमएनएनआईटी एरिया में 226 रहा है।
- नगर निगम एरिया में एयर क्वालिटी इंडेक्स सबसे पुवर 327 पाया गया है।
किस तरह से नुकसान पहुंचाएगी हवा
अगर मानक सौ से कम है तो एयर क्वालिटी इंडेक्स को बढिय़ा माना जाता है। लेकिन गुरुवार शाम आई रिपोर्ट में तीन एरिया में यह मानक खतरे के निशान सौ से दो से तीन गुना अधिक है। मतलब इन एरिया की हवा सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकती है। चेस्ट फिजीशियन डॉ। आशुतोष गुप्ता बताते हैं कि हवा में पीएम 2.5 के बढ़ जाने से हवा प्रदूषित हो जाती है। पीएम 2.5 वाहनों के धुएं, धूल और पटाखों के धुएं से बढ़ जाता है। हवा में बढ़े हानिकारक तत्वों से श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंच सकता है।
प्रयागराज में कुछ जगहों पर हमारी मशीने लगी है तो कुछ जगहों पर उत्तर प्रदेश पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की मशीनों से हम मानीटरिंग करते हैं। दीवाली की शाम तीन जगह की एयर क्वालिटी खराब पाई गई। जिसमें नगर निगम एरिया की एयर क्वालिटी बेहद खराब मिली जो चिंता का विषय है।
रवि कुमार, क्लाइमेट एजेंडा