पहले नगर निगम की ओर से टेंडर जारी होने पर उठने लगे थे सवाल
इसके बाद सरकार ने पलट दिया अखाड़ों में काम का आदेश
सीएंडडीएस के माध्यम से कराया जाएगा यात्री आवास का निर्माण
ALLAHABAD: नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से अखाड़ों की भूमि पर सरकारी धन से जन सुविधा कार्य कराने के लिए टेंडर जारी होने पर विरोध के बाद सरकार ने अखाड़ों में काम कराने का आदेश ही बदल दिया है। अब प्रदेश सरकार द्वारा कुंभ मेला के मद्देनजर अखाड़ों की भूमि पर श्रद्धालुओं व साधु-संतों के ठहरने व कमरे आदि मूलभूत सुविधाओं के लिए वित्तीय सहायता की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके लिए राज्यपाल ने सहमति प्रदान करते हुए चार करोड़ 50 लाख 51 हजार रुपये की धनराशि जारी कर दी है।
कुंभ मेला राशि से होगा काम
कुंभ मेला के मद्देनजर नगर निगम एडमिनिस्ट्रेशन ने जिन आठ अखाड़ों की भूमि पर करीब नौ करोड़ रुपये की लागत से जनसुविधा निर्माण कार्य के लिए टेंडर जारी किया था, अब उस कार्य को नगर निगम नहीं बल्कि सीएंडडीएस कराएगा। इसके लिए प्रदेश सरकार ने वित्तीय सहायता की स्वीकृति प्रदान की है। सरकारी धन पर अखाड़ों की भूमि पर निर्माण कार्य को लेकर सवाल उठने के बाद सरकार ने यह बदलाव किया है।
विशेष सचिव ने जारी किया पत्र
प्रदेश सरकार के विशेष सचिव अनिल कुमार बाजपेयी ने कुंभ मेलाधिकारी को संबोधित पत्र 24 अप्रैल को जारी किया है। इसमें यह जानकारी दी गई है कि मेला क्षेत्र के निकट विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं, साधु-संतों के ठहरने के लिए कमरे, मूलभूत सुविधाएं शौचालय, बाथरूम आदि का निर्माण कराने के लिए 901.3 लाख रुपये की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके सापेक्ष 50 प्रतिशत चार करोड़ 50 लाख 51 हजार रुपये की प्रथम किश्त जारी कर दी गई है।
ट्रस्ट के नाम रजिस्ट्रेशन जरूरी
पत्र में कहा गया है कि संबंधित अखाड़े की भूमि उनकी सोसायटी, ट्रस्ट के नाम रजिस्टर्ड होने पर ही वित्तीय सहायता दी जाएगी। यही नहीं कार्यदायी संस्था के रूप में सीएंडडीएस उत्तर प्रदेश जल निगम का चयन किया गया है। इसके द्वारा अखाड़ों की भूमि पर निर्माण कार्य कराया जाएगा।
निरस्त नहीं किया जाएगा टेंडर
अखाड़ों की भूमि पर जनसुविधा कार्य कराने के लिए नगर निगम द्वारा पहले ही टेंडर जारी किया गया है। इसकी लास्ट डेट 27 अप्रैल निर्धारित की गई है। प्रदेश सरकार द्वारा अखाड़ों की भूमि पर कार्य कराने के लिए वित्तीय स्वीकृति दिए जाने और सीएंडडीएस द्वारा निर्माण कार्य कराने के आदेश के बाद टेंडर कैंसिल होने की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन मेयर अभिलाषा गुप्ता का कहना है कि टेंडर निरस्त नहीं होगा। नगर निगम ने भी सीएंडडीएस द्वारा ही काम कराने के लिए टेंडर जारी किया था।