प्रयागराज (ब्यूरो)। दारागंज बक्सी खुर्द में हुई इस घटना के खुलासे को लेकर पुलिस के सामने बड़ा चैलेंज है। क्योंकि कत्ल की इस हैरतंगेज वारदात में न तो कातिल का पता है और न ही कत्ल के कारण का। घर में उसके सिवा कोई था नहीं, पति अशफ सिद्दीकी भी बाहर से लौटा तो उसे सलमा की हत्या के बारे में मालूम चला था। पत्नी की बॉडी पर आंसू बहा रहे अशफ भी कुछ बता पाने में खुद को असमर्थ बता रहा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में सूत्र जो बता रहे उससे मालूम पड़ता है कि घटना को किसी एक शख्स ने ही अंजाम दिया है। क्योंकि उसकी शरीर पर गले से नीचे और कहीं चोट नहीं बताए जा रहे। कातिल की संख्या दो या दो से अधिक होती तो उसके घर से निकलते हुए या गली से जाते हुए उन्हें कोई न कोई देखता जरूर। खैर, मंगलवार दोपहर हुई इस घटना के दूसरे दिन पुलिस कातिल तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं खोज सकी थी। माना जा रहा कि पुलिस को महिला की बॉडी के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार था। क्योंकि क्राइम एक्सपर्ट बताते हैं कि इस रिपोर्ट में अंकित जख्म और तमाम चीजें ऐसी होती हैं जिसके जरिए कातिल तक पहुंचने में मदद मिलती है।
ऐसे तो कोई गुस्से में ही करता है वार!
सलमा की बॉडी का पोस्टमार्टम होने के बाद छनकर जो चीजों लोगों तक पहुंची उससे तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कहा जा रहा कि यदि कत्ल चोरी के इरादे से घुसे चोर ने किया होता तो इतनी बेरहमी से सिर्फ सिर और गले पर वार नहीं करता। चोर उसे जख्मी या घायल करके खुद को बचाकर भाग निकला होता। सलमा के जख्म इस बात के गवाह हैं कि कातिल कोई उसकी पहचान का ही था। इसीलिए अपनी पहचान छिपाने के लिए वह उसकी हत्या वह भी घर में यूज होने वाली चाकू से कर दिया। प्रश्न यह भी कि यदि चोर पेशेवर और बाहरी होता तो वे चापड़ जैसी धारदार हथियार लेकर जाता। शातिर चोर किसी के घर में वह भी दिनदहाड़े घर में यूज होने वाली चाकू लेकर जाने का रिस्क क्यों लेता। सलमा कदकाठी से इतनी भी कमजोर भी नहीं थी कि कोई अकेला चोर उसे इतनी आसानी से मौत के घाट उतार दे और वह चीख चिल्ला भी नहीं सके। बुधवार को बक्सी खुर्द में जितने लोग उतनी तरह की ऐसी बातें सुनने को मिलीं थीं। सच्ची यही है कि पुलिस की जांच में ही मामला दूध का दूध और पानी का पानी होगा।
महिला की बॉडी का पोस्टमार्टम हो गया है। रिपोर्ट अभी देख नहीं पाए हैं। कातिलों की तलाश की तलाश में पुलिस काम कर रही है। कत्ल का कारण या कातिल के बारे में पता लगाने की पूरी कोशिश शिद्दत से की जा रही है।
वीरेंद्र कुमार मिश्र थाना प्रभारी दारागंज