प्रयागराज
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में जिला शिक्षा समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने प्रोजेक्ट अलंकार, राजकीय संस्कृत उत्तर मध्यमा विद्यालय के निर्माण, संस्कृत विद्यालय के बच्चों के छात्रवृत्ति, आपरेशन कायाकल्प, जर्जर भवनों के नीलामी/ध्वस्तीकरण,निर्माण कार्य की प्रगति व मध्यान्ह भोजन आदि विषयों पर विस्तार से समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि बच्चों में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाये जाने के लिए बच्चों व शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित हो तथा शिक्षण कार्य में नवाचारों एवं नवीन शिक्षण पद्धतियों को अपनाने हेतु शिक्षकों को मोटिवेट किया जाए।
जमीन कराएं उपलब्ध
बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक से करछना में प्रस्तावित राजकीय संस्कृत उत्तर मध्यमा विद्यालय (इण्टर स्तर) के निर्माण के बारे में पूछा, जिसपर डीआईओएस के द्वारा विद्यालय हेतु चिन्हित जमीन पर अतिक्रमण होने की जानकारी दी गयी। डीएम ने बैठक में ही उपजिलाधिकारी करछना से चिन्हित जमीन पर अतिक्रमण की फोन पर जानकारी ली और दो दिनों में खाली कराकर विद्यालय के निर्माण हेतु जमीन उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
तय समय में कराएं कार्य
डीएम ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से आपरेशन कायाकल्प के तहत कराये जा रहे कार्यों के प्रगति की जानकारी प्राप्त की, जिसपर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा बताया गया कि आपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत 19 पैरामीटर से संतृप्तीकरण हेतु लक्ष्य का 94.77 प्रतिशत संतृप्तीकरण हो गया है और शेष कार्यों को 15 दिसम्बर तक पूर्ण करते हुए 100 प्रतिशत संतृप्तीकृत कर दिया जायेगा। जिलाधिकारी ने शेष 109 बाउंड्रीवाल सहित सभी कार्यों को गुणवत्ता के साथ 15 दिसम्बर तक पूर्ण कराये जाने के कहा है। डीएम ने सभी अधिकारियों से दिव्यांग बच्चों की करेक्टिव सर्जरी कराये जाने में सहयोग के लिए अपने एक दिन का वेतन रेडक्रास सोसायटी में स्वेच्छा से देने के लिए कहा है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा आशु पाण्डेय, परियोजना निदेशक अशोक कुमार मौर्या, जिला विद्यालय निरीक्षक पीएन सिंह, बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।