प्रयागराज ब्यूरो । फिलहाल पुलिस के पास नहीं है उसका कोई सुराग, कौशांबी में ड्रोन से कांबिंग का भी नहीं मिला फायदा

उमेश पाल की हत्या में शामिल रहे बेटा असद झांसी में हुई मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली से मारा गया। काल्विन हॉस्पिटल गेट पर पति अतीक अहमद और देवर अशरफ की पुलिस अभिरक्षा में हत्या कर दी गई। बावजूद इसके वांछित पचास हजार की इनामी अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन सामने नहीं आई। वह कहां है? यह सवाल तलाश में जुटी पुलिस और टीम को अब सताने लगा है। परेशान पुलिस सिर्फ शाइस्ता ही नहीं अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा की भी तलाश में खाक छानती रही। पुलिस की टीम चकिया से लेकर कौशांबी, प्रतापगढ़ व जिले के कई कछारी इलाकों में संभावित ठिकानों पर दबिश दी। हमेशा की तरह इस बार भी पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा। माना जा रहा है कि इतना कुछ होने के बावजूद पकड़ में नहीं आने वाली शाइस्ता अब सीधे कोर्ट में ही सरेंडर करेगी। इसके लिए वह मुकम्मल तैयारी और टीम खड़ी कर रही है? इस तरह की चर्चा भी गुरुवार को रही।

नए वकीलों को हायर करने की चर्चा

राजू पाल मर्डर केस के गवाह रहे उमेश पाल की हत्या 24 फरवरी को हुई थी। उमेश की पत्नी जया पाल के द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में शाइस्ता का भी नाम है। घटना के बाद से ही शाइस्ता घर छोड़कर भागी तो आज तक कुछ पता नहीं चला। अब पुलिस ने उसके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। पुलिस इस बात से हैरत में है कि बेटे असद और पति अतीक एवं देवर अशरफ की मौत के बाद भी वह सामने नहीं आईं। तलाश में गुरुवार को पुलिस के द्वारा प्रयागराज चकिया व कसारी मसारी से लेकर कौशाम्बी एवं प्रतापगढ़ तक सर्च ऑपरेशन चलाया गया। मगर, हर बार की तरह इस मर्तबा भी पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा। पुलिस को शक है कि शाइस्ता आसपास के जिलों में ही किसी रिश्तेदार के घर छिपी हुई है। शाइस्ता के साथ पुलिस को शूटर पांच लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम और साबिर की भी तलाश है। सूत्रों की मानें तो शाइस्ता परवीन कोर्ट में सरेंडर कर सकती है। सरेंडर के लिए वह उसके जरिए स्क्रिप्ट भी तैयार की जा रही है। सूत्र बताते हैं कि शाइस्ता सरेंडर के लिए कुछ नए वकीलों की टीम खड़ी कर ली है। कचहरी परिसर पर सिविल ड्रेस में नजर गड़ाने वाली पुलिस टीम से जुड़े सूत्रों की मानें तो यदि उसका प्लान सफल हुआ तो वह जल्द ही कोर्ट में सरेंडर करेगी।

गुरुवार को फिर उड़ी सरेंडर करने की अफवाह

नए सरेंडर करने के लिए नए अधिवक्ताओं को हॉयर करने के पीछे एक बड़ी वजह मानी जा रही है। कचहरी से जुड़े सूत्रों की मानें तो कुछ अधिवक्ता कोर्ट में शाइस्ता से जुड़ी फाइलों को टटोलते रहे। सूत्रों के हवाले से मिली इन बातों में कितना दम है यह तो वक्त ही बताएगा। फिलहाल शाइस्ता के द्वारा जल्द ही कोर्ट में सरेंडर किए जाने की चर्चा गुरुवार को दिन भर कचहरी और कुछ पुलिसकर्मियों के बीच होती रही। बताते चलें कि अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी की ओर से कोर्ट में आत्म समर्पण की अर्जी दी थी। अदालत के द्वारा उसकी अर्जी पर धूमनगंज पुलिस से रिपोर्ट मांगी गई थी। यह रिपोर्ट पुलिस के द्वारा अब तक कोर्ट में नहीं दी गई है। इस पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के द्वारा रिपोर्ट देने के लिए 24 अप्रैल की डेट फिक्स की गई है।