प्रयागराज (ब्यूरो)। जी हां, डेंगू ने शहर में अपने पक्के ठिकाने बना लिए हैं। वह हर साल सीजन आने पर यही पर पलन लगता है और मौका देखकर लोगों को अपना शिकार बनाता है। देखते ही देखते स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की पूरी कवायद धरी रह जाती है और केसेज तेजी से बढऩे लगते हैं। शहर के कुछ ऐसे एरियाज भी हैं जहां हर साल डेंगू के केस बड़ी संख्या में सामने आते हैं। यह एरिया जिम्मेदारों की नजर में भी हैं लेकिन नतीजा सिफर रहता है।
इन इलाकों में डेंगू को हराना मुश्किल
एरिया लास्ट ईयर मिले केस
नैनी 31
झूंसी 24
मुंडेरा 22
बमरौली 19
सुलेम सराय 14
सिविल लाइंस 14
टीपी नगर 14
धूमनगंज 12
झलवा 8
कालिंदीपुरम 8
मिलकर करेंगे मच्छरों का सफाया
पिछले साल डेंगू के हाल को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अभी स्ट्रेटजी बनानी शुरू कर दी है। इसके लिए नगर निगम को भी साथ लिया गया है। संचारी अभियान के तहत प्रत्येक विभाग की ओर से टीमें बनाई गई हैं। दर्जन भर विभागों में पांच हजार से अधिक टीमों को डेंगू की रोकथाम के लिए तैनात किया गया है। मलेरिया विभाग ने इन इलाकों की सूची नगर निगम को सौंप दी है।
किस विभाग की लगती हैं कितनी टीमें
विभाग टीमों की संख्या
स्वास्थ्य विभाग 644
पंचायती राज 1540
नगर निगम 40
आईसीडीएस 1790
माध्यमिक शिक्षा 1065
प्राथमिक शिक्षा 2238
कृषि रक्षा 23
पशु चिकित्साधिकारी 50
दिव्यांगजन अधिकारी 20
नही सुधर रहे हैं यहां के हालात
ध्यान नही दिया तो फैलेगा डेंगू
इस बार कालिंदीपुरम में डेंगू फैलाएगा विकास- फोटो
हर साल कालिंदीपुरम एरिया में डेंगू के कई केसेज सामने आते हैं। इस बार भी हालात डेंगू के आने का इशारा कर रहे हैं। एरिया में आरओबी का निर्माण चल रहा है जिसकी वजह से जगह जगह रोड पर खोदाई की गई है। हल्की फंल्की बारिश होते ही इन गड्ढो में बारिश का पानी भर रहा है जो इस बार डेंगू के प्रसार का बड़ा कारण भी बन सकता है।
खाली प्लाट मुंडेरा में बने हैं तालाब
इसी तरह से शहर के मुडेरा एरिया में हर साल की तरह इस बार भी डेंगू फैल सकता है। अभी नगर निगम इस ओर ध्यान भी नहीं दे रहा है। यहां पर सब्जी मंडी के आसपास के एरिया में पड़े खाली प्लाट में जलभराव आम बात है और यह स्थिति इस सीजन में डेंगू के पलने का बड़ा कारण बन जाती है। इस बार भी यही होने जा रहा है।
झूंसी में गंदगी और जलभराव दे रही डेंगू को दावत
इसी तरह के घातक हालात झूुंसी के कटका एरिया के आसपास बने हैं। यहां पर रोड पर जलभराव और गंदगी मच्छरों को दावत दे रही हैं। इस एरिया में हर साल डेंगू के दर्जनों मरीज सामने आत हैं। इस बार भी ध्यान नही देने से हालात किसी से छिपे नही हैं। ऊपर से आवारा जानवर गंदगी को अधिक खतरनाक बना रहे हैं। सीमा विस्तार होने के बाद इन एरिया मे सफाई की स्थिति ठीक नही है।
सुलेम सराय इज बेस्ट प्लेस फार डेंगू
पिछले साल सुलेम सराय उन टॉप टेन मोहल्लों मं था जहां पर डेंगू सबसे ज्यादा फैला था। बड़ी संख्या में डेंगू के लक्षणों वाले मरीज यहां मिले थे। खासकर बाजार के पीछे वाले एरिया में सड़कों और गलियों में जबरदस्त जलभराव बना हुआ है। अभी से इन एरिया में मच्छरों का प्रकोप शुरू हो गया है। यहां पर जल निकासी की भी कोई व्यवस्था नही की गई है।
नैनी की नालियां फैलाएंगी डेंगू
हाल ही में नैनी में महेबा के आसपास के एरिया में नालियों का निर्माण किया गया है। इन नालियों को सीमेंट के ढक्कन से बंद किया गय ाहै लेकिन कई जगहों पर यह ढक्कन टूट गए हैं इसकी वजह से मच्छरों का प्रकोप शुरू हा गया है। लोगों का कहना है कि नालियों में लंबे समय तक पानी ठहरा रहता है और इसमें आसानी से मच्छरों के लार्वा पनपने लगते हैं। इस पर नगर निगम को ध्यान देना होगा।
हर साल डेंगू के मरीजों की संख्या कम नही होती है। लोग परेशान हैं। जगह जगह गड्ढा हो जाने से वहां पर मच्छर आसानी से लार्वा दे रहे हैं। बाद में यही दिक्कत पैदा करेगा।
आलोक शुक्ला, सुलेम सराय
लोगों को समझना होगा कि इस सीजन में डेंगू का प्रसार तेजी से होता है। इसलिए उन्हें भी अवेयर होना चाहिए। रही बात सिस्टम की तो साफ सफाई और जल भराव पर लगाम नही लगाने से स्थिति खराब होती है।
योगेश सिंह, सुलेम सराय
खाली प्लाटों मे आसानी से बारिश का पानी ठहर जाता है फिर इस पानी को हटाने का कोई रास्ता नही होता। बाद में यही प्लेस डेंगू का बेस्ट प्लेस साबित हो जाता है।
संगीता, नैनी
सिस्टम कुछ भी कर ले, डेंगू को रोकना आसान नही है। प्रत्येक मोहल्ले में जलभराव आसानी से होता है। जब तक साफ पानी के ठहराव को रोका नही जाएगा, डंगू फैलता रहेगा।
अवनीश, नैनी
मुंडेरा काफी व्यस्त एरिया है और यहां पर सब्जी मंडी भी है। वहां पर साफ सफाई का बहुत ज्यादा अभाव होता है। इस पर ध्यान नही देने से पानी और गंदगी मिलकर मच्छरों की नई खेप तैयार करते हैं।
अनुप्रिया, मुंडेरा
गली मोहल्लों में जलभराव है तो लोगों को अपने घरों में साफ सफाई रखनी होगी। खासकर कूलर में पानी को हर सप्ताह हटा देना चाहिए। क्योंकि इस साफ पानी में डेंगू खूब पनपता है।
अनिल गुप्ता, मुंडेरा
हमारे एरिया में पुल का निर्माण हो रहा है और अभी यह दिसंबर तक चलेगा। तब तक डेंगू का सीजन आकर चला भी जाएगा। यहां इतने गड्ढे खोदे गए हैं कि आराम से डेंगू पनप जाएगा।
संगीता, कालिंदीपुरम
जिस तरह का एरिया का हाल है, पिछले साल की तरह डेंगू के नए मरीज आना लाजिमी है। इसलिए अभी से लोगों को अपने घरों में पूरे इंतजाम कर लेने चाहिए। खुद को जागरुक रखना जरूरी है।
राधा, कालिंदीपुरम
झूंसी एरिया में महाकुंभ प्रोजेक्ट को लेकर कई काम चल रहे हैं। इसकी वजह से कई जगह कीचड़ और जलभराव हुआ है। इन जगहों पर नगर निगम को डेंगू के प्रसार को रोकने पर काम करना होगा।
नीलम, झूंसी
घर के बाहर जितना डेंगू का खतरा है उतना ही घर के अंदर भी है। गमले, कूलर, फ्रिज की ट्रे और टूटे मिट्टी के बर्तनों में ठहरा पानी डेंगू के पनपने की सबसे बेस्ट जगह मानी गई है।
कृष्णा, झूंसी
मेरे हिसाब से लोगों में भी जागरुकता जरूरी है। घर के बाहर तो हम इंतजाम कर देते हैं लेकिन घर के भीतर जमा पानी हमेशा खतरे का कारण बनता है। हमारी टीमों की जांच में यही बात सामने आती है। लोगों को जागरुक करने पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
आनंद कुमार सिंह
जिला मलेरिया अधिकारी प्रयागराज