- आर्मी के इंजीनियर्स ने दूर की आक्सीजन प्लांट की कमी, एसआरएन अस्पताल का मामला
प्रयागराज- एसआरएन अस्पताल के लिक्विड आक्सीजन प्लांट की कमी को रविवार को दूर कर दिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने प्लांट पर जरूरत से ज्यादा जम रही बर्फ की समस्या के समाधान के लिए आर्मी के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों की सहायता ली। उनकी ओर से कई घंटों की मशक्कत के बाद प्लांट में शॉवर पैनल फिक्स कर दिया। इससे प्लांट में एकत्र पानी वॉश हो जाएगा और आइस की प्राब्लम खत्म हो जाएगी।
बाधित हो रहा था प्रवाह
एसआरएन अस्पताल में हाल ही में 40 हजार लीटर लिक्विड आक्सीजन का प्लांट लगाया गया है। इस प्लांट से यहां भर्ती कोरोना मरीजों को आक्सीजन सप्लाई की जाती है। पिछले कुछ दिनों से आक्सीजन की अधिक मांग होने से प्लांट में अधिक मात्रा में बर्फ जमा होने लगी थी। जिसकी वजह से आक्सीजन के प्रवाह में दिक्कत पेश आ रही थी। इसको दूर करने के लिए के लिए रविवार को आर्मी बेस के इंजीनिरयर्स को बुलाया गया। इनमें मेजर मनीष के अंडर में आर्मी इंजीनियर्स ने प्लांट में शॉवन पैनल को लगा दिया। इससे प्लांट में जमा पानी ठीक से वॉश हो जाएगा। बता दें कि इस समय अस्पताल में 200 मरीज भर्ती जिन्हें आक्सीजन की जरूरत होती है। उनको इसी प्लांट आक्सीजन की सप्लाई दी जा रही है।
इस लिक्विड प्लांट के लिए रोजाना दो टैंकर लिक्विड आक्सीजन टैंकर से जमशेदपुर प्लांट से आती है। यह प्लांट खुद आक्सीजन जनरेट कर मरीजों को प्रदान करता है।
प्लांट में कोई खराबी नहीं थी। थोड़ी सी कमी थी जिसे दूर कर दिया गया है। इसके बाद आक्सीजन की सप्लाई प्रॉपली की जा सकेगी।
डा शेखर सक्सेना, एसआईसी, एसआरएन अस्पताल