कोरोना की दूसरी लहर में करीब 20 हजार युवा मिले थे संक्रमित
दूसरी लहर में कोरोना से जान गंवाने वालों में ज्यादातर 60 साल से ज्यादा उम्र के
कोरोना वायरस की पहली और दूसरी लहर में रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी ने अपना रंग जमाया है। इम्युनिटी जिसकी जितनी मजबूत रहेगी वह उतना ही सुरक्षित रहेगा, यह बात साबित हुई है। दूसरी लहर में सबसे बड़ा झटका युवाओं को लगा था लेकिन उन्हें जान का नुकसान बुजुर्गो की अपेक्षा कम हुआ। 60 साल से अधिक वालों में संक्रमण युवाओं की अपेक्षा 50 फीसद से भी कम रहा लेकिन मौतें सबसे ज्यादा बुजुर्गो की ही हुई क्योंकि 60 साल से अधिक वालों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है।
वैक्सीन लगवाने वालों पर प्रभाव कमजोर
19188
लोग कोरोना पॉजिटिव हुए थे 21 से 40 साल के बीच
40
लोगों ने जान गंवाई इस एज ग्रुप के
7113
लोग संक्रमित हुए 60 साल से अधिक अवस्था के
4440
थी इस एज ग्रुप के पुरुषों की संख्या
2613
थी इस एजग्रुप के महिलाओं की संख्या
182
लोगों की मौत हुई इस एज ग्रुप के
उम्र पॉजिटिव पुरुष/ महिला
0-20 4065 2424/1640
21-40 19188 12286/6902
41-60 15255 9284/5970
60 प्लस 7113 4440/ 2673
उम्र पॉजिटिव शहरी/ग्रामीण मौत
0-20 3006/1059 1
21-40 13416/5772 40
41-60 10816/4439 138
60 प्लस 4953/2160 182
(आंकड़े एक अप्रैल से 10 मई तक के)
तीसरी लहर से निबटने को तैयार
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका प्रबल है।
इसके चलते अस्पतालों में इलाज के सभी इंतजाम 30 जून तक करने का आदेश शासन से हुआ है।
इस दौर के लिए बच्चों की भी इम्युनिटी का खास ख्याल रखना होगा
डाक्टर, न्यूट्रीशियन और डाइटीशियन की सलाह पर डाइट चार्ट बनाकर फेफड़े की मजबूती के लिए इंतजाम अभी से करना होगा।
हाई प्रोटीन डाइट करेगी कोरोना से फाइट
कोरोना से भविष्य में भी बचने के लिए हरी सब्जियां खाना, मेवे, सलाद, अंकुरित अनाज, घी, दूध, अंडे (मांसाहारी के लिए), नीबू, मौसमी फल, ताजा दही फायदेमंद होगा। अधिकांश लोगों की इम्युनिटी विभिन्न बीमारियों में लगातार दवाएं खाने से भी कम होती है इसलिए इन्हीं पौष्टिक चीजों से रोग प्रतिरोधक क्षमता का संतुलन बनाए रखा जा सकता है।
युवाओं में संक्रमण अधिक होने के बावजूद जान का नुकसान बुजुर्गो की अपेक्षा कम हुआ। इम्युनिटी को मजबूत रखा जाए तो किसी भी संक्रमण से लड़ने की शक्ति मिलती है। भविष्य के लिए भी तैयार रहें।
डा। ऋषि सहाय
नोडल अफसर कोविड-19