प्रयागराज ब्यूरो । शहर में सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सफाईकर्मियों के साथ अब तकनीकी का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं व सैलानियों को सफाई व्यवस्था बेहतर दिखे इसके लिए तमाम कवायद की जा रही है।
नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग के निर्देशन में सफाई व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए ड्रोन और एआई से निगरानी की जा रही है। खासकर नदियों के किनारे निगरानी की जा रही है जहां नार्मल कैमरे से नहीं पहुंचा जा सकता है। साथ ही साथ ही सभी वीआईपी मार्गो, प्रमुख चौराहों, ऐतिहासिक स्थान, आध्यामिक स्थानों के अलावा शहर के सभी जगहों की ड्रोन कैमरे से मानिटरिंग की जा रही है। जहां भी कमियां पाई जाती हैं वहां कंट्रोल रूम से कॉल करके जोनल अधिकारियों और खाद्य तथा सफाई निरीक्षकों आदेशित किया जाता है और तुरंत उसका निस्तारण किया जाता है।
बने हैं सॉलिड वेस्ट कंट्रोल
नगर निगम ने शहर की सफाई और प्रबंधन की निगरानी के लिए एक अत्याधुनिक सॉलिड वेस्ट कंट्रोल रूम का स्थापना किया है। इस कंट्रोल रूम के माध्यम से डोर-टू-डोर कलेक्शन, सिटी स्वीपिंग, पब्लिक टॉयलेट्स, और सॉलिड वेस्ट प्रोसेसिंग की निगरानी की जाती है। साथ ही साथ मोबाइल कैमरों का उपयोग कर शहर के विभिन्न स्थानों की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है। शहर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए बीट्स का गठन किया गया है, जिनमें सफाई कर्मी तैनात किए गए हैं। खासतौर पर बाजारों और सार्वजनिक स्थलों की रात में सफाई की जाती है। घाटों, पर्यटक स्थलों और धार्मिक स्थलों के लिए विशेष सफाई टीमें बनाई गई हैं, जो इन क्षेत्रों की सफाई की जिम्मेदारी निभाती हैं। इसके साथ ही, मेकेनाइज़्ड स्वीपिंग मशीनें और वाटर स्प्रिंकलर का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे शहर की सड़कों की सफाई की जा रही है और धूल-मिट्टी को नियंत्रित किया जा रहा है। डस्टबिन्स शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाए जा रहे हैं, ताकि लोगों को कचरा फेंकने के लिए उचित सुविधाएं मिल सकें। नगर निगम ने रिफ्यूज़ कॉम्पैक्टर, वटिपर्स और सक्शन मशीनों का भी अधिग्रहण किया है, ताकि कचरा संग्रहण की क्षमता को और बढ़ाया जा सके।