प्रयागराज (ब्यूरो)। बता दें कि पीडीए में ऐसे 62 मामले हैं। जिनके नक्शे ऑनलाइन पास हो चुके हैं और इन पर बतौर शुल्क पीडीए का 6.14 करोड़ रुपए बकाया है। जब तक यह लोग शुल्क जमा नही कराएंगे यह अपने प्लाट पर निर्माण नही करा सकते हैंं। लोगों की माने तो शुल्क भारी भरकम होने की वजह से लोग भुगतान में देरी करते हैं।

एक दिन में पास हो गया नक्शा
कुछ लोगों का नक्शा महीनों से पेंडिंग पड़ा है तो आवेदक शिवांगी मेहरोत्रा ने गुरुवार को नक्शा पीडीए में प्रस्तुत किया और उसे तत्काल स्वीकृति प्रदान कर दी गई। साथ ही उन पर नक्शा पास कराने के एवज में 21 लाख रुपए की राशि लगाई गई। इसी तरह झूंसी क्षेत्र में प्रस्तुत ले आउट की भी सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की गई और इसके एवज में 1.35 करोड़ रुपए की राशि तय की गई है। इस दौरान पोर्टल में आ रही समस्याओं का निदान भी कैंप में किया गया।

लोगों ने दिए सुझाव
इस मौके पर नक्शा पास कराने आए लोगों ने अपने सुझाव भी दिए। उनका कहना था कि नक्शा पास कराने की प्रक्रिया को सरल किया जाए।
शासन द्वारा निर्धारित नक्शा पास कराने की फीस कम की जाए।
पीडीए के स्टाफ को नए साफ्टवेयर की बेहतर ट्रेनिंग दी जाए।
नगर निगम की एनओसी की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए।
शासन द्वारा निर्धारित टाइम लाइन में ही नक्शा पास किया जाए।

कैंप के दूसरे दिन 22 से अधिक लोग आए थे। उनमें से 18 लोगों का नक्शा निस्तारित करा दिया गया। बाकी लोगों को शुक्रवार को बुलाया गया है। समस्याओं का तत्काल निदान किए जाने की कोशिश की जा रही है।
टीपी सिंह, टाउन प्लानर व नोडल अधिकारी नक्शा समाधान शिविर, पीडीए प्रयागराज