संघ प्रमुख पहुंचे संगम तट, की गंगा की पूजा, दूध अर्पित करके आरती उतारी
अखाड़ा प्रमुख ने किया स्वागत, वासुदेवानंद भी रहे साथ, शनिवार को भी रहेंगे संघ प्रमुख
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघ चालक डॉ। मोहन भागवत ने शुक्रवार को संगम तट पर विधिवत गंगा पूजन व दीपदान किया। शाम को संगम नोज पहुंचे डॉ। भागवत ने कहा कि गंगा भारतवर्ष की जीवनधारा है। यह सनातन संस्कृति का जीवन प्रवाह है। उन्होंने कहा कि गंगा की पवित्र अविरल धारा बहती रहेगी तो जीवन का प्रवाह भी चलता रहेगा। गंगा की धारा संपूर्ण जीवन धारा का प्रतीक है। गंगा की धारा हम सब के भौतिक जीवन को भी समुन्नत बनाती रहे इसी भावना और विश्वास के साथ पूजन कार्य संपन्न किया गया है।
सात बजे मंच पर पहुंचे
जय श्री राम के नारों के बीच संघ प्रमुख पदाधिकारियों के साथ शाम सात बजे मंच पर पहुंचे। वहां पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी, जगद्गुरु शंकराचार्य वासुदेवानंद गिरी, गंगा समग्र के सचिव डॉ आशीष गौतम, संघ के सह सरकार्यवाह डॉ। कृष्ण गोपाल, काशी प्रांत के प्रांत संघचालक डॉ विश्वनाथ लाल निगम भी मंच पर मौजूद थे। भारी भीड़ और कड़ी सुरक्षा के बीच डॉ। भागवत के मस्तक पर तिलक लगाकर स्वागत किया गया। वेद पाठी ब्राह्मणों की टोली ने स्वस्तिवाचन तथा संकल्प कराया। षोडशोपचार पद्धति से वैदिक मंत्रों कि पवित्र ध्वनि के साथ भागीरथी नमोस्तुते मंत्र गूंजने लगा। इस अवसर के लिए विशेष रुप से तैयार किए गए मंच पर संघ प्रमुख ने पुष्प अक्षत समíपत करने के बाद धूप दीप नैवेद्य से और श्रद्धा भाव से पूजन किया। उन्होंने मां गंगा को दूध की धारा से अभि सिंचित किया। इसके पश्चात गंगा जी की आरती उतारी फिर मंच से तट की ओर पहुंच कर गंगा जी की धारा में जलते हुए दिये प्रवाहित किये। उन्होंने आरती लेने के साथ्ज्ञ फल का प्रसाद और चरणामृत का पान किया।
मंच पर गंगा समग्र के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मिथिलेश नारायण, पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचारक अनिल जी, प्रांत प्रचारक रमेश जी, सह प्रांत कार्यवाह डॉ राकेश जी, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य आलोक मालवीय, प्रांत प्रचार प्रमुख डॉक्टर मुरारजी त्रिपाठी, विभाग प्रचारक कृष्ण चंद सहित 6 प्रांतों से आए लगभग 600 कार्यकर्ता इस अवसर पर मौजूद थे।
प्रथम दिन उदघाटन सत्र की शुरुआत
गंगा समग्र के प्रथम दिन उद्घाटन सत्र की शुरुआत शुक्रवार को जगतगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, सह-सरकार्यवाह डॉ। कृष्ण गोपाल, राष्ट्रीय महामंत्री आशीष गौतम की उपस्थिति में हुई। प्रथम सत्र में डॉ। कृष्ण गोपाल ने कहा कि मां गंगा के प्रति हिंदू समाज में हजारों वर्षो से आस्था है। हजारों वर्षो से मां गंगा के विषय में हम कथाएं सुनते आ रहे हैं। उनकी स्मृति हमारे जीवन का आधार है। आध्यात्मिक शांति के लिए हम मां गंगा का पूजन करते ह। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से केंद्रीय संगठन मंत्री मिथिलेश, राकेश मिश्रा, सनी सिंह, क्षेत्रीय संयोजक चिंतामणि सिंह आदि उपस्थित रहे। शनिवार को सरसंघचालक भागवत गंगा समग्र की बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।
लेटे हनुमान के किए दर्शन
सर संघचालक ने गंगा पूजन के बाद संगम लेटे हनुमानजी का दर्शन भी किया। इस अवसर पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष स्वामी नरेंद्र गिरि उपस्थित रहे। मंत्रोच्चार के साथ मोहन भागवत ने बजरंग बली का पूजन किया और उनको पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर गंगा समग्र के कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।