नगर निगम ने शहर में दो जगहों को किया था चिह्नित, सर्वे के बाद किया फाइनल
दैनिक जागरण आई- नेक्स्ट के अभियान 'टॉयलेट एक संघर्ष' कथा का असर
सिटी के अंदर जरूरत वाले एरिया में दो जगहों पर मोबाइल टॉयलेट रखे जाएंगे। नगर निगम की ओर से इन दोनों जगहों को पहले से ही चिह्नित किया गया था। शुक्रवार को टीम भेजकर उस स्थान का सर्वे कराया गया। सर्वे में पाया गया कि एक स्थान पर छोटा व एक पर बड़ा मोबाइल टॉयलेट रखा जाना सही रहेगा। अधिकारियों की माने तो जगह व गली देखकर यह डिसाइड किया जाता है। ताकि सफाई वाली गाड़ी अंदर तक जा सके। इन दोनों जगहों पर मोबाइल टॉयलेट रखने का काम दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट के अभियान च्टॉयलेट एक संघर्षच् कथा से संभव हो सका है।
पुलिस व पब्लिक को मिलेगी सहूलियत
सुभाष चौराहे के समीप सिविल लाइंस चौकी के आसपास एक भी पब्लिक टॉयलेट न होने से पुलिसकर्मियों के साथ आमजन को भी खुले मैदान में टॉयलेट जाना पड़ता था। इस चौकी के पास एक पेट्रोल पंप भी है। वहां भी टॉयलेट की व्यवस्था नहीं है। इनको भी मोबाइल टॉयलेट रखे होने से सहूलियत मिलेगी। आमतौर पर जेंट्स तो चौकी के पीछे खुले में शौच कर लेते हैं। लेकिन सबसे बड़ी समस्या महिलाओं के सामने होती है। जबकि सुभाष चौराहे पर बनी चौकी पर महिला सिपाहियों की तैनाती होती है। नगर निगम ने सर्वे में पाया कि इस जगह पर बड़ा मोबाइल टॉयलेट रखा जा सकता है। वहीं सदियापुर मोड़ करेली के पास दरियाबाद में जगह कम होने के कारण छोटा मोबाइल टॉयलेट रखा जाएगा। इस रूट पर कोई शौचालय भी नहीं है।
सफाई में पब्लिक भी करे सहयोग
एनवायरमेंट अफसर उत्तम कुमार वर्मा ने बताया कि सर्वे हो चुका है। मंडे तक मोबाइल टॉयलेट रख दिया जाएगा। साथ ही इनकी सफाई के लिए चार्ट भी बनाया जाएगा। ताकि साफ-सुथरा टॉयलेट पब्लिक को मिले। पब्लिक से भी अपील है कि टॉयलेट यूज करने के बाद पानी व फ्लैश चला दिया करें। जिससे दुर्गध व गंदगी न हो। साफ टॉयलेट बनाने के लिए हर एक व्यक्ति को प्रयास करना होगा।
महिला दिवस से पहले महिलाओं के लिए जरूरत वाले स्थानों पर टॉयलेट की व्यवस्था की जाएगी। दैनिक जागरण आई-नेक्स्ट का 'टॉयलेट एक संघर्ष कथा' अभियान काफी प्रभावित है। इसके लिए लोगों को भी जागरूक होना होगा। हर मोहल्ले में सफाई के लिए टीमें लगाई गई हैं।
अभिलाषा गुप्ता नंदी, मेयर प्रयागराज