93 हैंडसेट जीआरपी ने संबंधित लोगों को सौंपे, कीमत साढ़े दस लाख रुपये
ALLAHABAD: ट्रेन में सफर के दौरान मोबाइल फोन गायब होने, चोरी होने और छीन कर भाग जाने की घटनाएं इधर काफी बढ़ गई हैं। चोरों को तो जीआरपी पकड़ नहीं पाई, लेकिन सर्विलांस टीम की मदद से चोरी गए 93 मोबाइल बरामद हो गए। इन्हें मंगलवार को एसपी जीआरपी इलाहाबाद पीके मिश्रा व सीओ जीआरपी मोनिका चड्ढा ने मोबाइल मालिकों को सौंपा। ये दिसंबर से मार्च के बीच इलाहाबाद रीजन में अलग-अलग स्थानों से गायब हुए थे। सभी स्मार्ट और एंड्रायड हैं। इनकी कीमत आठ हजार से लेकर 20 हजार रुपये के करीब है।
इस्तेमाल करने वालों से मंगाया
एसपी जीआरपी पीके मिश्रा ने चोर नहीं पकड़े जाने के सवाल पर कहा कि मोबाइल जिसे मिल जाता है यूज करने लगता है। उन्होंने बताया कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की एक प्रोफेसर का मोबाइल कुछ दिन पहले इलाहाबाद स्टेशन से गुम हो गया था। सर्विलांस पर नंबर लगाया गया। दो महीने तक नहीं चला। दो महीने बाद मोबाइल का लोकेशन पटना में मिला। पता चला उसे एक मास्टर साहब ने तीन-चार हजार में खरीदा था। कॉल करने पर मास्टर साहब ने कुरियर से मोबाइल भेज दिया। इसी तरह अन्य मोबाइल भी बरामद किए गए।
इन्हें मिला गायब मोबाइल
19 मार्च को मथुरा एक्सप्रेस से मोबाइल गायब हुआ था। मोबाइल जेब में रखा था। रात में नींद खुली तो मोबाइल गायब था। उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी मिल जाएगा।
राजेश केसरवानी
निवासी, बैरहना
एक जनवरी को वाराणसी से दिल्ली जाते समय मोबाइल गायब हुआ। ट्रेन ज्ञानपुर रोड स्टेशन पर पहुंची थी। मोबाइल चार्जिग में लगा था, अचानक एक युवक आया और खींच कर ले गया। चार महीने बाद मोबाइल मिलने पर काफी खुशी है।
सत्येंद्र कुमार शुक्ला
निवासी-वाराणसी
30 दिसंबर 2017 को वाराणसी कैंट स्टेशन से ट्रेन में सफर कर रहा था। अचानक एक युवक आया और मेरे शर्ट की जेब से मोबाइल खींच कर चलती ट्रेन से कूद गया।
संजय यादव
वाराणसी
कानपुर स्टेशन पर पार्सल ऑफिस में तैनात हूं। दो महीने पहले स्टेशन पर ड्यूटी के दौरान किसी ने जेब से मोबाइल गायब कर दिया, आज मोबाइल मिलने पर बहुत खुशी है।
दीपेश सिंह
रेलवे इम्प्लाई, कानपुर
93 मोबाइल को सर्विलांस की मदद से लोकेशन ट्रेस करके इस्तेमाल कर रहे व्यक्ति से बात करने के बाद बरामद किया गया है। चोरों व लुटेरों की गिरफ्तारी का अभियान जारी है।
पीके मिश्रा
एसपी जीआरपी