प्रयागराज (ब्‍यूराे) बारह घंटे कस्टडी रिमांड में रहे अतीक अहमद के वकील रहे खान सौलत हनीफ ने पुलिस की पूछताछ में कई राज उगले हैं। उमेश पाल मर्डर केस से की जांच कर रही धूमनगंज थाना प्रभारी के द्वारा उसे कस्टडी रिमांड पर लिया गया था। पुलिस के सवाल पर बताया कि वह अपना मोबाइल घर में ही छिपाया है। यह पता चलते ही पुलिस उसे लेकर राजरूपपुर कबीर मंदिर के पास स्थित उसके घर पर पहुंची। पुलिस को लेकर घर में वह उस कमरे में गया जहां पर मोबाइल छिपा रखा था। मोबाइल बरामद करने के बाद पुलिस के द्वारा उसके कमरे की गहन छानबीन की गई। इस दौरान कमरे से एक 9-एमएम की देशी पिस्टल भी बरामद हुई। अब पुलिस उसके मोबाइल को बारीकी से चेक करेगी।
मोबाइल खोलेगा कई राज
पुलिस का मानना है कि उसके मोबाइल में उमेश पाल मर्डर केस व अतीक अहमद से जुड़े कई राज हो सकते हैं। कस्टडी रिमांड की टाइम शाम छह बजे पूरा होते ही पुलिस उसे कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश के अनुपालन में नैनी सेंट्रल जेल में दाखिल कर दिया। अतीक अहमद का अधिवक्ता रहे खान सौलत हनीफ जेल के अंदर उमेश पाल अपहरण कांड में आजीवन कारावास की सजा भुगत रहा है। खान सौलत हनीफ आपराधिक साम्राज्य को विस्तार देने में अतीक की कानूनी मदद किया करता था। बता दें कि जयंतीपुर में 24 फरवरी को उमेश पाल और उसके गनर संदीप निषाद एवं राघवेंद्र सिंह को गोलियों से भून दिया गया था। इस हत्याकांड में उमेश पाल की पत्नी जया पाल के द्वारा अतीक अहमद व उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन एवं बेटों सहित गुड्डू मुस्लिम व मो। गुलाम और साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इस सनसनीखेज वारदात की जांच धूमनगंज थाने के प्रभारी द्वारा की जा रही है। उमेश पाल की हत्या में अतीक के वकील रहे खान सौलत हनीफ पर भी पुलिस को साजिश रखने का शक है।
मार्च में सुनाई गई थी सजा
खान सौलत हनीफ हत्या के पूर्व 2006 में हुए उमेश पाल के अपहरण में नामजद अभियुक्त था। कोर्ट के द्वारा इसी मामले में 28 मार्च को उमेश पाल अपहरण कांड में खान सौलत हनीफ व अतीक अहमद एवं दिनेश पासी को सश्रम आजीवन कारावास की सुजा सुनाई गई थी। इसी मामले में साबरकती जेल से कस्टडी रिमांड पर पुलिस के द्वारा लाए गए अतीक अहमद की 15 अप्रैल को हत्या हो गई थी। उसके साथ बरेली जेल से लाया गए अशरफ को भी शूटरों ने गोलियों से भून दिया था। सजायाफ्ता खान सौलत हनीफ जेल में सजा काट रहा है। उमेश पाल मर्डर केस की जांच कर रहे विवेचक थाना प्रभारी धूमनगंज द्वारा पूछताछ के लिए उसे कस्टडी रिमांड में लिया गया था। 12 घंटे की कस्टडी रिमांड में रहे खान सौलत ने पूछताछ कई राज कबूल किया है। पुलिस का दावा है कि उसने अपने घर अंदर अपने कमरे में छिपाए गए एक आईफोन सहित कुल तीन मोबाइल बरामद कराया है। कमरे की छानबीन में एक कंट्री मेड 9-एमएम पिस्टल व तीन कारतूस भी मिले हैं। शाम छह बजे तक ही कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट ने आदेश दिया था। लिहाजा टाइम पूरा होते ही पुलिस खान सौलत हनीफ को नैनी सेंट्रल जेल में दाखिल कर आई।

मोबाइल की होगी टेक्निकल जांच
उमेश पाल मर्डर केस के विवेचक को शक है कि खान सौलत हनीफ के मिले मोबाइल से कई राज के खुलासे हो सकते हैं।
खान सौलत अतीक अहमद के आपराधिक साम्राज्य को विस्तार देने में कानूनी मदद किया करता था।
इसलिए पुलिस का मानना है कि उमेश पाल मर्डर केस की रची गई साजिश में उसका भी रोल रहा होगा।
इस बात के अहम साक्ष्य उसके मोबाइल में हो सकते हैं। यही वजह है कि पुलिस को उसके मोबाइल की शिद्दत से तलाश थी।
अब बरामद हुए मोबाइल की विवेचक के द्वारा टेक्निकल जांच कराई जाएगी।
ताकि मोबाइल में मौजूद साक्ष्य एवं तथ्यों का पता आसानी से लगाया जा सके।
शक है कि खान सौलत उमेश पाल मर्डर केस से जुड़े साजिश के मैसेज को डिलीट कर दिया होगा।
जिसे टेक्निकल जांच में रिकवर कराने की कोशिश की जाएगी। हर एक मैसेज व वीडियो को भी चेक किया जाएगा

12 घंटे की कस्टडी रिमांड लिए गए खान सौलत हनीफ से पूछताछ की गई। उसके द्वारा घर से अपने तीनों मोबाइल एवं एक कंट्री मेड पिस्टल की बरामदगी कराई गई है। अब मोबाइल की टेक्निकल जांच कराई जाएगी। अभी मोबाइल को अच्छी तरह से चेक नहीं किया जा सका है।
राजेश कुमार मौर्य
थाना प्रभारी धूमनगंज