प्रयागराज ब्यूरो । शिवकुटी के कोटेश्वर महादेव मंदिर के पास गंगा में डूबे एमएनएनआईटी के एक छात्र का शव शुक्रवार को मिल गया। जबकि दूसरे छात्र का शव नहीं मिल सका। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम दिन भर तलाश में लगी रही। शव मिलने के बाद साथी छात्र गमजदा दिखे। एमएनएनआईटी के छात्र दीपेंद्र सिंह और विकास मौर्य अपने साथी भूपेंद्र, वरुण और यश के साथ बृहस्पतिवार को गंगा नहाने कोटेश्वर महादेव मंदिर के पास गए थे। वहां पानी गहरा होने की वजह से दीपेंद्र डूबने लगा। उसे डूबता देख विकास बचाने के लिए आगे बढ़ा तो गहरे पानी में वह भी डूबने लगा। दोनों को डूबता देख तीनों साथी शोर मचाने लगे। मगर घाट पर मौजूद को भी व्यक्ति तैरना नहीं जानता था। ऐसे में तीनों छात्र अपने दोनों साथियों को डूबते देखते रहे। सूचना पर शिवकुटी पुलिस ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को बुलाया। दोनों टीम दिन भर डूबे छात्रों की तलाश में लगी रहीं, मगर सफलता नहीं मिली। शुक्रवार को दारागंज के सामने गंगा में विकास का शव मिल गया।

परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
विकास का शव मिलने के बाद परिजनों और साथियों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। विकास मऊ जिले के भिखारीपुर का रहने वाला था। वह एमएनएनआईटी में कम्यूटर साइंस बीटेक का छात्र था। साथी छात्रों का कहना था कि वह कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर अपने परिवार के लिए बहुत कुछ करना चाहता था।