प्रयागराज ब्यूरो । बम्हरौली टू सिटी लेक फारेस्ट का होगा पहला रूट और शांतिपुरम से छिवकी तक बनेगा सेकंड मार्ग
दोनों रूट को मिलाकर 44 किलोमीटर का लंबा सफर चंद मिनटों में पूरा कर लेंगे यात्री
क्कक्र्रङ्घ्रत्रक्र्रछ्व: शहर में मेट्रो ट्रेन से सफर करने का सपना देख रहे हैं तो खुश हो जाइए। क्योंकि मेट्रो ट्रेन के रूट का नक्शा तैयार हो चुका है। मेट्रो ट्रेन के लिए शहर के एक छोर से दूसरे छोर तक कुल दो कारीडोर बनाए जाएंगे। इन दोनों कारिडोर की दूरी कुल करीब 44 किलोमीटर की होगी। इस दूरी के मध्य करीब 39 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। इन स्टेशनों से कोई भी आराम से मेट्रो का सफर कर सकेगा। बनाए गए नक्शे पर गौर करें तो मेट्रो स्टेशन कहां तैयार होंगे? यह भी क्लियर कर लिया गया है। सबसे पहले बमरौली से लेकर झूंसी तक के लेन पर काम होगा। इस रूट की दूरी करीब 23 किलोमीटर की नापी गई है। जबकि दूसरे चरण में शांतिपुरम से छिवकी तक का होगा है। इस रूट की लंबाई 21 किलो मीटर बताई जा रही है। ट्रैक और स्टेशनों का निर्माण शुरू होते ही इस पर मेट्रो ट्रेन दौड़ाने का काम किया जाएगा। मेट्रो के इन दोनों रूट को पब्लिक ट्रांसपोर्ट को देखते हुए बनाया गया है। यह काम महाकुंभ से पूर्व पूरा किए जाने के भगीरथ प्रयास किए जा रहे हैं। इससे सिटी की सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव काफी घट जाएगा।
जानिए किस रूट पर कहां बनेगा स्टेशन
बम्हरौली टू सिटी लेक फारेस्ट तक बनाए जाने वाले कारीडोर पर 20 मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। इस मेट्रो स्टेशन की शुरुआत बम्हरौली से होगी। बम्हरौली के बाद शमीम मार्केट, ट्रांसपोर्ट नगर, गयासुद्दीनपुर, मीरापट्टी, धूमनगंज, कृष्णा बिहार कॉलोनी, सूबेदारगंज, लाउदर रोड, हाईकोर्ट के पहले से नवाबयूसुफ रोड पर प्रयागराज रेलवेय जेएन, सिविल लाइंस बस स्टैंड, सिविल लाइंस, मेडिकल चौराहा, मधवापुर, संगम, आजादनगर, झूंसी, त्रिवेणीपुरम, सिटी लेक फॉरेस्ट रूट का आखिरी स्टेशन होगा। दूसरे रूट की शुरुआत और पहला मुख्य मेट्रो स्टेशन शांतिपुरम में बनाया जाएगा। यहां दूसरे स्टेशन गंगानगर फिर फाफामऊ ईएक्सटी, पीताम्बर नगर के बाद एमएनएनआईटी, तेलियरगंज में भी स्टॉपेज सेंटर होगा। मजार चौराहा, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी रोड, कर्नलगंज, परेड ग्राउंड, मिंटो पार्क, महेवा पट्टी एफ, अम्बेडकर नगर, अरैल एफ, नैनी बाजार रोड, नैनी के बाद सीधे छिवकी में एक स्टेशन बनाया जाएगा। इस मेट्रो स्टेशन से इस रूट की यात्रा का अंत होगा। इस तरह कुल 39 मेट्रो स्टेशन शहर के अंदर बनाए जाएंगे। इन स्टेशनों व ट्रैक तैयार होने के बाद जैसे ही मेट्रो का संचालन होगा पब्लिक को बड़ी राहत मिलेगी। खास बात यह है कि मेट्रो ट्रेन हर एक किलोमीटर की दूरी पर पकड़ सकेंगे। क्योंकि दोनों ही रूट पर मेट्रो स्टेशनों का निर्माण एक-एक किला मीटर की दूरी पर किया जाएगा। मेट्रो ट्रेन के रूट का तैयार किया गया नक्शे पर गौर करें तो केवल दो रूट ही पब्लिक को शहर के एक छोर से दूसरे छोर पर पहुंचा देगी।
फिर टूटेंगे कई मकान व उखड़ेगे पेड़
मेट्रो ट्रेन के लिए तैयार किए गए नक्शे पर गौर करें तो कुछ लोगों के लिए यह खबर बहुत अच्छी नहीं है। क्योंकि रूट या स्टेशन बनाते वक्त यदि किसी का मकान आया तो उसे हटाना पड़ेगा। बगैर मकान हटाए तो मेट्रो ट्रैक या स्टेशन बन नहीं सकेंगे। इतना ही नहीं, एक बार फिर शहर के सैकड़ों हर भरे वृक्षों को भी कुर्बानी देनी होगी। रास्ते में आने वाले वृक्ष को भी उखाड़ कर फेक दिया जाएगा। अब उसकी जगह पौधे लगा भी दिए जाएंगे तो पता नहीं तैयार होने में कितना वक्त लग जाय। इन्हीं सारी बिन्दुओं व बातों को लेकर फिलहाल नक्शे के आधार पर मंथन चल रहा है।
महाकुंभ के पहले लाइट मेट्रो का संचालन कराने का प्रयास किया जा रहा है। सिविल लाइंस और कटरा क्षेत्र में ट्रैफिक अधिक होने के कारण इन प्रमुख स्थानों पर स्टेशन बनाया जाएगा। पहले फेल का निर्माण बमरौली से झूंसी तक किया जाएगा।
नीरज कुमार गुप्ता, चीफ इंजीनियर, पीडीए