प्रयागराज (ब्यूरो)। शिक्षा का हब कहे जाने वाले प्रयागराज में नौकरी दिलाने का सपना दिखाकर ठगी करने वालों की तादाद बढ़ गई है। नौकरी के नाम पर ठगी के मामले में यहां आए दिन सुनाई दे रहे हैं। आजमगढ़ पीडब्लूडी में बाबू के पद पर नौकरी दिलाने का ख्वाब दिखाकर प्रतियोगी छात्रों से शातिर फ्राड तीस लाख रुपये ऐठ लिया। फ्राड का गुनाह यहीं से नहीं थमा। छात्रों के मोबाइल पर वे फर्जी नियुक्ति पत्र भी भेज दिया। नियुक्ति पत्र लेकर दोनों नौकरी ज्वाइन करने के लिए पीडब्लूडी आजमगढ़ जा पहुंचे। फ्राड वहां मिला और अधिकारी से मुलाकात कराया। इसके बाद दोनों को झांसा देकर वहां से भाग निकला। छात्रों के मोबाइल में मौजूद ज्वाइनिंग लेटर देखकर विभाग के अफसर भी सन्नाटे में आ गए। अफसरों के जरिए लेटर को फेक बताया गया तो छात्रों के होश फाख्ता हो गए। ठगी के शिकार छात्रों की तहरीर पर आरोपित आलोक सिंह के विरुद्ध जार्जटाउन थाने में गुरुवार को मुकदमा दर्ज किया गया। नौकरी के नाम पर लगातार हो रही ठगी की घटनाओं से सबक लेते हुए बेरोजगारों को सतर्क रहने की जरूरत है।
जार्जटाउन में दर्ज हुआ मुकदमा
जौनपुर जनपद के शाहगंज बद्दोपुर रानीमऊ निवसी अंगत मौर्य का बेटा राहुल मौर्य जार्जटाउन सोहबतियाबाग में रहकर तैयारी करता है। उसने पुलिस को बताया कि साथ में रूम पार्टनर सचिन यादव पुत्र अशोक कुमार यादव निवासी धरीपुर गुड़बड़ी थाना सरपतहा जौनपुर रहता है। उसके भाई पीडब्लूडी में ठेकेदार हैं, इस लिए माली हालत काफी अच्छी है। 2021 में रूम पार्टनर के भाई संदीप यादव पुत्र अशोक कुमार यादव आलोक सिंह पुत्रविजेंद्र सिंह निवासी सारीजगदीशपुर अर्सिया थाना सरपतहां जौनपुर के साथ रूम पर आए। कई परीक्षाओं में असफल होने के बाद दोनों छात्र काफी नर्वस थे। इस लिए उनके सामने नौकरी बात करने लगे। कहा कि इस बीच आरोपित आलोक सिंह ने कहा कि आजमगढ़ पीब्डलूडी में हमारे मामा मुख्य अभियंता हैं। वहां बाबू के पद पर बैकलाक के पांच पद रिक्त हैं। भर्ती उन्हीं को करनी है इस लिए वे दोनों को नौकरी दिला देगा। विश्वास में आकर दोनों छात्र 15-15 लाख रुपये उसके कहने पर नौकरी के लिए खाते में डाल दिए। पैसा पाने के बाद शातिर ने मोबाइल पर फर्जी नियुक्ति पत्र भेज दिया। नियुक्ति पत्र लेकर दोनों जब जौनपुर पीडब्लूडी पहुंचे तो वहां शातिर मिला। मगर, खुद को फंसते हुए देखकर भाग निकला। छात्रों का कहना है कि मोबाइल में भेले गए ज्वाइनिंग लेटर देखकर अफसरों ने बताया कि लेटर फेक है तो वे आरोपित के घर गए। आरोप है कि घर पर उसने तीस लाख में एक लाख रुपये खर्च करके जान से मरने वाले धमकी और गाली गलौज भी किया। अब जार्जटाउन पुलिस केस दर्ज करके जांच में जुट गई है।
शातिरों से बचाएंगी यह चंद बातें
कुछ अफसर कहते हैं कि किसी प्रॉपर्टी की तरह सरकारी नौकरी खरीदने की चेष्टा
ही फ्राड की सफलता का कारण है।
बेरोजगारों व छात्रों को यह समझना होगा कि सरकार से नौकरी अपनी काबिलियत के दम पर ही हासिल की जा सकती है।
नौकरी दिलाने के लिए किसी को पैसा देने के बजाय उसी पैसे को लगाकर ईमानदारी व मेहनत पढ़ाई करें, सफलता निश्चित मिलेगी।
अपवादों व अफवाहों को छोड़ दिया जाय तो नौकरी के लिए पैसे की नहीं, काबिलयत की जरूरत होती है।
कामयाबी के लिए काबिल का होना जरूरी होता है, सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता, ठगी से बचने के लिए यह बात सभी को समझना होगा।
कोई पैसा लेकर नौकरी दिलाने की बात कहे तो पैसा देने से पहले उस विभाग में विजिट करें जहां वे नौकरी दिलाने की बात कह रहा हो।
सरकारी नौकरी के लिए उस विभाग में कहीं एड प्रकाशित है या नहीं पता करें, नौकरी रिटेन हो या इंटरव्यू से विभाग एड जरूर जारी करते हैं।
केस-1
अक्टूबर महीने में प्रतियोगी छात्रा से रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लाख रुपये की ठगी व छेड़खानी की गई थी। छात्रा की तहरीर पर केस दर्जकर दारागंज पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया था कि साक्ष्यों के आधार पर पकड़े गए आरोपितों में अपूर्वा सोनकर, उसका पति डॉ। मोहित और रोहित यादव का नाम शामिल है। छात्रा को फर्जी नियुक्ति पत्र भी भेजा गया था। मामले में चार अन्य आरोपित और भी थे। मगर उनकी संलिप्तता के साक्ष्य पुलिस के हाथ नहीं लगे। आरोपितों पर सिविल लाइंस में ठगी का एक केस दर्ज बताया गया था।
केस-2
गाजीपुर जिले के गोड़सरा थाना क्षेत्र के गहमर निवासी श्रवण सिंह से दस लाख रुपये की ठगी का मामला अक्टूबर में ही सामने आया था। जार्जटाउन थाने में केस दर्ज के मुताबिक पीडि़त तहरीर रामबाग स्थित एक कोचिंग में पढ़ता था। यहां का संपर्क संचालक व संस्थापक सुकुमार सरकेल से हुई। साल भर बाद वे घर चला गया। अचानक एक दिन संचालन फोन किया। बताया कि उसका दोस्त लखनऊ मेट्रो में अधिकारी है वे नौकरी लगवा देगा, कोई दोस्त हो तो उससे भी बात कर लो। उसके विश्वास में यहां आकर वे 6.30 लाख ऑनलाइन व चार लाख नकद दिया। इसके बाद आरोपित फर्जी नियुक्ति पत्र भेज दिया था।
केस-3
अक्टूबर महीने में ही कुवैत में नौकरी दिलाने के नाम पर बहरिया थाना क्षेत्र के आठ लोगों से 12 लाख रुपये की ठगी का मुकदमा खुल्दाबाद पुलिस दर्ज की थी। ठगी का आरोप अब्दुल्ला खां, अनवर अंसारी उसके भाई सरवर अंसारी रहबर व मो। तूफैल और समद पर था। यह मुकदमा मंसूरपुर बहरिया मंसूरपुर निवासी हैदर अली ने दर्ज कराया था। बताया था कि आठों एक एक लाख रुपये दिए थे। इसके बाद 50-50 हजार रुपये और लेकर वीजा फ्राड वीजा भेजा था। हैदर और उसके साथी वीजा व टिकट लेकर लखनऊ पहुंचे तो फ्राड का पता चला।
प्राप्त तहरीर के आधार पर केस दर्जकर लिया गया है। आरोपित व वादी सभी आजमगढ़ जिले हैं। छात्र यहां रहकर तैयारी किया करते थे। आरोपित की तलाश की जा रही है। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।
राजीव श्रीवास्तव, थाना प्रभारी जार्जटाउन