प्रयागराज (ब्यूरो)। एमएलएन मेडिकल कॉलेज के एनाटमी विभाग को पहली बार एक दिन में दो देह प्राप्त हुई। इन प्रयोग एमबीबीएस के छात्र अपनी प्रायोगिक पढ़ाई के लिए करेंगे। इससे उन्हें भविष्य में बेहतर डॉक्टर बनने में मदद मिलेगी। जिनकी देह प्राप्त हुई उनमें प्रीतमनगर निवासी सेवानिवृत्त रेलकर्मी 85 वर्षीय बाबूलाल और प्रीतमनगर के ही रहने वाले 73 वर्षीय सेवानिवृत्त एडिशनल कमिशनर ट्रेड टैक्स श्रीराम पाल हैं। जिनकी मृत्यु के बाद परिजनों ने कॉलेज को उनकी देह सौंप दी।
एक दिन पहले दान किए थे नेत्र
इसके पहले श्रीराम पाल की इच्छानुसार उनका नेत्रदान भी एक दिन पहले किया गया। मेडिकल कॉलेज के न्यूरो सर्जन प्रो। एनएन गोपाल के श्वसुर श्रीराम पाल कई दिनों से बीमार थे और झलवा स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थे। 24 अगस्त को उनका निधन हो गया। जीवित रहते उन्होंने नेत्रदान व देहदान की इच्छा व्यक्त की थी। निधन के बाद प्रो। गोपाल ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह को इसकी सूचना दी। उनकी कार्निया को आई बैंक को डोनेट किया गया। शुक्रवार को उनकी देह भी एनाटामी विभाग को दान कर दी। श्रीराम पाल की पत्नी डा। पुष्पा पाल और परिवार ने एमबीबीएस छात्रों की पढ़ाई के लिए यह अहम कदम उठाया। इसके अलावा बाबूलाल के दामाद नरेश कुमार ने बताया कि उनके श्वसुर की मृत्यु शुक्रवार को हुई। सूचना दिए जाने पर एनाटामी विभाग से एक वाहन भेजा गया जहां बाबूलाल के पुत्र ओमप्रकाश ने देह सौंप दी। विभागाध्यक्ष डा। बादल ङ्क्षसह ने बताया कि उनके संज्ञान में ऐसा पहली बार हुआ है कि एक साथ दो देह प्राप्त हुई।