- - शहरी एरिया में चल रहा अभियान, बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर फोकस
- कोविड पीरियड में टीकाकरण से बचे हुए बच्चों को लेकर दिया आदेश
- प्रयागराज (ब्यूरो)। सरकार के निर्देश पर 15 जनवरी से शहरी एरिया में रोजाना टीकाकरण का अभियान शुरू करा दिया गया है। यह अगला आदेश आने तक अनवरत चलता रहेगा। कोरोना टीकाकरण के बाद सरकार अब रूटीन टीकाकरण पर फोकस कर रही है जिसमें बच्चे और गर्भवती को सौ फीसदी टीकाकरण से आच्छादित किया जा सके। इसी उद्देश्य से अब प्रतिदिन रूटीन टीकाकरण सत्र का आयोजन किया जा रहा है। शासन की ओर से सभी जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को इसके लिए निर्देशित किया गया है।
दो साल ठप रहा टीकाकरण
कोरोना के प्रकोप के चलते वर्ष 2020 और 2021 में रूटीन टीकाकरण बिल्कुल ठप रहा था। सरकारी केंद्रों पर कोरोना के टीके दिए जा रहे थे और प्राइवेट अस्पतालों में लोग जाने से बच रहे थे। ऐसे में जो बच्चे इस पीरियड में पैदा हुए उनका नियमित टीकाकरण बाधित हो गया। इसका असर तब नजर आया जब प्रदेश के कई शहरों में खसरा के मरीज सामने आने लगे। इसको देखते हुए सरकार ने नियमित टीकाकरण पर जोर डालना शुरू कर दिया। अभी तक टीकाकरण सत्र सप्ताह में दो दिन (बुधवार और शनिवार ) आयोजित होता था। लेकिन अब 15 जनवरी से यह प्रतिदिन के लिए चालू कर दिया गया है। यानी बच्चों और गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन टीकाकरण कराने की सुविधा अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ही मिलेगा।
95 फीसदी का दिया गया लक्ष्य
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ। तीरथ लाल ने बताया कि अब शासन स्तर से जो आदेश दिए गए हैं उसमें स्पष्ट है कि दिसंबर 2023 तक 95 फीसदी बच्चों और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण होना चाहिए। इसके लिए शहर के सभी बड़े सरकारी अस्पतालों स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल, सरोजनी नायडू चिल्ड्रन हॉस्पिटल, जिला महिला अस्पताल, तेज बहादुर सप्रू अस्पताल समेत सभी शहर के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर यह अभियान शुरू किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के प्रचार प्रसार के लिए इंडियन पीडियाट्रिक एसोसिएशन, इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन समेत अन्य संगठनों से भी अपील की जा रही है कि इसका प्रचार प्रसार ज्यादा हो ताकि लाभार्थियों का इसका लाभ मिल सके.
- इस अभियान से बच्चों और महिलाओं को लाभ होगा। वह रोजाना नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीकाकरण करवा सकेंगे। अधिक से अधिक प्रचार प्रसार के जरिए शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने की कोशिश की जा रही है।
डॉ। आशु पांडेय, सीएमओ प्रयागराज