प्रयागराज (ब्यूरो)। कार्रवाई की जद में आया अशोक ङ्क्षसह वेस्ट मुंबई के मयुरेष पार्क लेग रोड मुलुंड में रहता है। मुंबई में उसके दो फ्लैट व जौनपुर में पत्नी शीला के नाम से खरीदे गए दो आवासीय भूखंड को ईडी ने अटैच किया गया है। कारोबारी मूलरूप से जौनपुर जनपद के थाना रामपुर स्थित चतुर्भुजपुर परियत का रहने वाला है। ईडी से जुड़े सूत्र कहते हैं कि उसके खिलाफ ज्ञानपुर भदोही में ठेकेदार मनमोहन ङ्क्षसह ने 29 जनवरी 2020 को धोखाधड़ी व कूटरचना के आरोप का केस दर्ज कराया था। इसी मुकदमें के आधार पर प्रयागराज ईडी की इकाई ने अप्रैल 2021 को मनी लांङ्क्षड्रग का केस रजिस्टर्ड किया था। छानबीन में जांच एजेंसी को मालूम चला कि कारोबारी अशोक 350 करोड़ रुपये की फर्जी इनवाइस तैयार कर किया था। जिसके आधार पर 63.5 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी किया था। बताते यह भी हैं कि इसी पैसे से वह जौनपुर और मुंबई में प्रापर्टी की खरीदारी किया था। एजेंसी उसकी कुछ ओर कंपनियों की भी जांच करने में जुटी है। माना जा रहा है कि जल्द ही इस पर भी ईडी द्वारा शिकंजा कसा जाएगा।

इस तरह से किया फर्जीवाड़ा

ज्ञानपुर के गोयल गली निवासी मनमोहन ङ्क्षसह जय बजरंग ट्रेडर्स के प्रोपराइटर हैं। बताया गया है कि अशोक सिंह उनके मामा के मित्र हैं।

आरोप है कि अशोक ने उनसे कहा था कि उनकी बहुत बड़ी फर्म है। जीएसटी भरने व अन्य लेखा-जोखा का काम करती है।

उनका भी काम करा देंगे। इस पर मनमोहन ने अपना जीएसटी व पासवर्ड नंबर दे दिया।

करीब एक साल बाद संयुक्त आयुक्त वाणिज्य कर, राज्य कर मीरजापुर संभाग के अधिकारी मनमोहन के घर गए और नोटिस दिया।

इसमें बताया गया कि उनके जीएसटी नंबर पर शीला कार्पोरेशन के प्रोपराइटर अशोक कुमार ङ्क्षसह ने करीब दो सौ करोड़ रुपये का स्टील वर्क व अन्य कार्य किया है। इसके बाद उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई थी।