प्रयागराज (ब्यूरो)। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन इलाहाबाद की नई कार्यकारिणी के चुनाव की तिथि तय करने के लिए 23 जनवरी को वार्षिक आमसभा बुलाई गई है उससे पहले खींचतान बढ़ चली है। एसोसिएशन के फंड को लेकर कोषाध्यक्ष आशीष मिश्रा द्वारा बैंक में की गई आपत्ति के कारण विवाद गहरा गया है। कुछ दिन पहले कोषाध्यक्ष ने अध्यक्ष को पत्र लिखकर दरकिनार किए जाने का आरोप लगाया था। बुधवार को बार कार्यकारिणी के कई सदस्यों ने कोषाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए अध्यक्ष व महासचिव को अपना सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया।
कोषाध्यक्ष से हैं परेशान
उन्होंने अध्यक्ष और महासचिव को पत्र लिखकर कहा है कि वह कोषाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा की गतिविधियों से परेशान हैं। अधिवक्ताओं का हित सुचारू रूप से नहीं हो पा रहा है। कोषाध्यक्ष पर कई आरोप लगाए हैं। कहा है कि उनका व्यवहार आपत्तिजनक और मर्यादा के खिलाफ है। उनकी आपत्ति के चलते अधिवक्ता निधि का पैसा, चिकित्सकीय सहायता न मिलने पर बार सदस्यों द्वारा घेरा जा रहा है। बार के आवश्यक कार्यों का भुगतान नहीं हो पा रहा है। इधर कोषाध्यक्ष का कहना है कि वह लगातार अध्यक्ष तथा महासचिव द्वारा बाइलाज के विपरीत किए जा रहे कार्य पर आपत्ति करते रहे हैं। उन्हें दरकिनार कर फंड खर्च किया जा रहा है। बार के खाते का संचालन कोषाध्यक्ष सहित अध्यक्ष व महासचिव के हस्ताक्षर से किए जाने का नियम है, जिसकी अनदेखी की जा रही थी।
बैंक का लेटर हुआ वायरल
उधर, दिन में भारतीय स्टेट बैंक की इलाहाबाद हाई कोर्ट ब्रांच की तरफ से जारी लेकर वायरल किया गया। इसमें कहा गया है कि कोषाध्यक्ष को कब हटाया गया है? इसकी जानकारी दी जाय। इसमें उस मिटिंग का भी डिटेल मांगा गया है जिसमें कोषाध्यक्ष के काम करने पर रोक लगायी गयी है। इसमें चेक क्लीयरेंस का भी जिक्र किया गया है और कहा गया है कि चेक से पेमेंट कर देने पर इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।