प्रयागराज (ब्यूरो)। कौंधियारा थाना क्षेत्र के आंबा गांव स्थित नहर पुलिया के पास बुधवार को एक युवक साइकिल पर बोरे में भरकर कुछ ले जा रहा था। बोरेे से खून टपकता देख ग्रामीणों ने उसे रोका तो वह भाग निकला था। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने बोरा खोला तो उसने एक विवाहिता की लाश थी। कुछ देर बाद उसकी पहचान रामगढ़वा टिकरी की रहने वाली रीता के रूप में हुई। घरवालों ने पड़ोस के हच् अच्छे लाल गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस मामले की जांच में जुटी थी। शुक्रवार देर रात पुलिस नच् अच्छे लाल को अकोढ़ा चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। शनिवार सुबह उसकी पत्नी रागिनी को भरहरा गांव के पास से पकड़ा गया। दोनों से थाने में पूछताछ हुई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया। रागिनी ने बताया किच् अच्छे लाल ने 15 दिन पहले रीता को मोबाइल दिया था। दोनों की मोबाइल पर बात होती थी। यह बात उसे पता चला तो वह विरोध करने लगीच् अच्छे लाल उससे कहता था कि जो वह समझ रही है, वैसा नहीं है। लेकिन दोनों के बीच मोबाइल पर बातचीत का सिलसिला जारी रहा, जिस कारण प्रतिदिन घर में झगड़ा होता था। बुधवार को रागिनी ने अपने पति से कहा कि उसे तलाक दे दें या फिर रीता को मार डाले। जिस परच् अच्छे लाल ने रीता को फोन किया और रुपये देने के बहाने अपने घर में बुलाया। रीता यहां पहुंची तो दंपती ने मिलकर उसका गला रस्सी से कस दिया। उसके मरने के बाद डंडे से उसके शरीर की हड्डियां को कई जगह से तोड़ दिया और बोरे में शव को भर दिया। पुलिस का कहना है कि सिर्फ शक के आधार पर रीता को मौत के घाट उतार दिया गया था।