प्रयागराज (ब्यूरो)। उमेश पाल हत्याकांड के दो आरोपियों की पुलिस एनकाउण्टर में मौत को लेकर अभी जांच जारी है। मामले को लेकर दो सदस्यीय न्यायिक आयोग को कई लोगों ने अपना बयान दर्ज कराया है। उम्मीद है कि जल्द ही दो सदस्यीय न्यायिक आयोग अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप देगा।
27 फरवरी को हुआ अरबाज का एनकाउण्टर
उमेश पाल हत्याकांड में कौंधियारा निवासी विजय चौधरी उस्मान ने गोली चलाई थी। जबकि पूरामुफ्ती निवासी अरबाज शूटरों की गाड़ी चालक था। चालक अरबाज को धूमनगंज पुलिस ने नेहरू पार्क के पास मार गिराया था। 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड हुआ था और 27 फरवरी को अरबाज जिले के बाहर भागने की फिराक में था। अरबाज को पुलिस ने नेहरू पार्क के पास घेर लिया। उसे सरेंडर करने के लिए कहा लेकिन अरबाज ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जिस पर पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। जिसमें अरबाज की मौत हो गई।
6 मार्च को हुआ उस्मान का एनकाउंटर
उमेश पाल हत्याकांड के दसवें दिन विजय चौधरी उर्फ उस्मान का एनकाउण्टर हुआ। पुलिस ने उस्मान को उसके गांव भमोखर के पास ही मार गिराया था। पुलिस और उस्मान के बीचव छह मार्च की सुबह मुठभेड़ हुई। जब उस्मान अपने गांव से भागने की फिराक में था। गांव के बाहर डेरा डाले पुलिस ने उसे घेर लिया। दोनों तरफ से गोलियां चलीं। जिसमें उस्मान ढेर हो गया।
दो सदस्यीय न्यायिक आयोग कर रहा जांच
दोनों एनकाउण्टर की दो सदस्यीय न्यायिक आयोग जांच कर रहा है। पांच जुलाई को लखनऊ में दोनों मामलों को लेकर कई लोगों ने अपना बयान दर्ज कराया है। इसके पूर्व न्यायिक आयोग घटना स्थल पर जांचकर फोरेंसिक जांच करा चुका है।