प्रयागराज ब्यूरो । राष्ट्रीय ध्वज ले जाकर अतीक अहमद और अशरफ की कब्र पर डालने वाले राजकुमार सिंह उर्फ रज्जू गुरुवार को जेल भेज दिया गया। धूमनगंज पुलिस के द्वारा उसे कोर्ट में पेश किया गया था। पुलिस द्वारा कोर्ट को उसकी सारी करतूत से अवगत कराया गया। इसके बाद कोर्ट ने उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। अब धूमनगंज पुलिस इस बात की जांच कर रही कि इसके पीछे किसका हाथ था। उससे यह सब कराने में जिसका भी हाथ सामने आएगा, कार्रवाई उस पर भी की जाएगी।

धूमनगंज में दर्ज हुआ है केस
जेल भेजा गया राजकुमार उर्फ रज्जू नगर कोतवाली के आजाद स्कवायर साउथ मलाका निवासी है। गुरुवार को वह अतीक और अशरफ की कब्र पर तिरंगा रखकर सैल्यूट कर रहा था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में उसका कहना था कि मुलायम ङ्क्षसह यादव को पद्म विभूषण मिल सकता है तो अतीक को भारत रत्न क्यों नहीं? अतीक और अशरफ को शहीद का दर्जा व सम्मान दिलाने जैसी बातें करते हुए भी वीडियो में वह दिखाई दे रहा था। वीडियो देखने वाले लोग कमेंट करते हुए उसे कांग्रेस नेता और पार्षद प्रत्याशी बताने लगे। जानकारी कांग्रेस पदाधिकारियों को हुई तो वह उसे पार्टी से ही निकाल दिए। इस वीडियो को धूमनगंज थाने की पुलिस ने संज्ञान लिया और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए गए इस राजकुमार सिंह पर राष्ट्रीय ध्वज के अपमान और सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे के आरोप लगाए गए हैं। गुरुवार को पुलिस के द्वारा आरोपित राजकुमार को अदालत में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर न्यायिक अभिरक्षा में उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस के मुताबिक एक यू-ट््यूबर की भूमिका इस मामले में है। इस बात की भी जांच की जा रही है। यू-ट्यूबर की भूमिका के साक्ष्य मिले तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

वीडियो के आधार पर मुकदमा दर्ज करके अभियुक्त को जेल भेज दिया गया है। मामले में भूमिका को लेकर एक यू-ट्यूबर की जांच की जा रही है।
राजेश कुमार मौर्य, थाना प्रभारी धूमनगंज