प्रयागराज (ब्यूरो)। कवि सम्मेलन का संचालन करते हुए प्रख्यात गीतकार शैलेंद्र मधुर ने कहा कि हिंदी साहित्य में महावीर प्रसाद द्विवेदी जी के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने काव्यपाठ यह सबक सबको हमेशा याद होना, चाहिए मील का पत्थर नहीं बुनियाद होना चाहिए सुनाया तो मैदान तालियों से गूंज उठा। प्रीता बाजपेई ने 'और कहिए क्या है जनाब, आजकल आप मिलते हैं कम सुनाया तो प्रख्यात कवियत्री डॉ आभा श्रीवास्तव ने 'राष्ट्र ज्योति की अलख जगह मैं उसे जगाने आई हूं, मैं आभा हूं भारत का इतिहास बताने आई हूंÓ सुनाकर लोगों में जोश भर दिया। कवि अमित जौनपुरी ने
जय हो लाइनमैन की कटिया, जिंदाबाद टीवी कूलर फ्रि ज सब मीटर से आजाद सुनाया। युवा कवि योगेश झमाझम ने मेल हो फीमेल कॉमन सेंस होना चाहिए, प्यार के चश्मे में लगा लेंस होना चाहिए सुनाकर लोगों का दिल जीत लिया। डॉ नीलिमा मिश्रा, नजर इलाहाबादी, संजय चतुर्वेदी, सहित अन्य रचनाकारों ने काव्य पाठ कर श्रोताओं को आह्लादित किया। संयोजक सुधीर द्विवेदी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। स्वागत
सतीश गुप्ता ने किया.