प्रयागराज ब्यूरो जिले में मलेरिया के केसेज काफी कम हैं। यह बात शायद ही किसी को पता हो। पिछले डेढ साल में मलेरिया के केवल 254 केस ही सामने आए हैं। जो यह बताता है कि जागरुकता और बचाव के तरीकों से मलेरिया पर विजय पाने में लगभग सफलता मिल चुकी है। हालांकि, इसकी जगह डेंगू और चिकनगुनिया ने ले ली है। यह दोनों बीमारियां वर्तमान में सिर चढ़कर बोल रही हैं। रोजाना इनके कई मरीज सामने आ रहे हैं जो कि चिंता का विषय है।

साल दर साल कम हो रहे मरीज

एक समय मलेरिया के केसेज प्रयागराज में बड़ी मात्रा में सामने आ रहे थे। मच्छरों के काटने से फैलने वाली इस बीमारी पर लगाम लगाना आसान नही था। लेकिन पिछले कुछ सालों से मलेरिया के मरीजों की संख्या में काफी गिरावट दर्ज की गइ्र है। एग्जाम्पल के तौर पर वित्तीय वर्ष 2022-23 में मलेरिया के 174 मामले सामने आए थे जबकि 2023-24 में मार्च से लेकर अब तक महज 84 मलेरिया के मरीज मिले हैं। आंकड़ों के आधार पर हर साल मलेरिया विभाग द्वारा दो लाख से अधिक जांच कराई जाती है तो जोकि प्रदेश में सर्वाधिक है।

डेंगू के बढ़ रहे मरीज

एक ओर मलेरिया का ग्राफ गिरा है तो दूसरी ओर डेंगू का प्रकोप सिर चढ़कर बोल रहा है। इस साल अब तक डेंगू के 376 मरीज सामने आ चुके हैं। वही चिकनगुनिया के केसेज की संख्या 268 पहुंच चुकी है। दोनों बीमारियां लोगों को जमकर परेशान कर रही हैं। पिछले साल जिले में डेंगू के केसेज की संख्या 1465 हो गई थी। लोगों में अभी भी इन दोनों बीमिारियों के प्रति जागरूकता का अभाव है जो ठीक नही है। अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से मलेरिया को मात दी है वैसे ही डेंगू और चिकनगुनिया को भी खत्म किया जा सकता है। रविवार को डेंगू के 8 नए मरीज सामने आए हैं।

इस तरह से होगा बचाव

- पूरे बदन के कपड़े पहनना जरूरी।

- आसपास जलभराव नही होने देना।

- गंदगी से छृटकारा पाना जरूरी।

- सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करना।

- संक्रमित व्यक्ति को बेहतर इलाज मुहैया कराना।

वर्जन

हमारे जिले में मलेरिया की सालाना जांच दो लाख से अधिक होती है और केसेज की संख्या में काफी कमी आ रही है। दो साल में मलेरिया काफी लो ग्राफ में चल रहा है। यह पब्लिक की जागरुकता की जीत है। हालांकि डेंगू और चिकनगुनिया का बढऩा चिंता की बात है।

आनंद सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी प्रयागराज