महानिदेशक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मुख्यालय की टीम ने किया निरीक्षण
कोरोना से अब लोगों को है सुकून लेकिन शासन फिर भी सतर्क
कोरोना संक्रमण से अभी राहत है। लोग सुकून में हैं लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण से शासन सतर्क है। शासन के निर्देश पर शुक्रवार को महानिदेशक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मुख्यालय से एक दल प्रयागराज आया। एसआरएन, बेली और चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में बनाए गए पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (पीकू) का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया। कुछ स्थानों पर खामियां मिलने पर टीम में शामिल विशेषज्ञों ने सुधार के लिए कहा।
अफसरों ने किया निरीक्षण
महानिदेशक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मुख्यालय से आए डा। शिशिर धर और विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डा। आलोक ने स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय परिसर की पीएमएसएसवाई बिल्डिंग में बनाए गए पीकू का निरीक्षण किया। यहां एक नाबालिग युवक को प्रतीक स्वरूप कोरोना संक्रमित मानते हुए उसके इलाज का माकड्रिल भी हुआ। इसमें देखा गया कि कैसे किसी संक्रमित को गंभीर हालत में लाए जाने पर 10 मिनट में आक्सीजन व ट्रीटमेंट दिया जा सकता है। वार्ड में आइसीयू, एचडीयू, आइसोलेशन बेड, सभी पर आक्सीजन सप्लाई, सेंट्रल मानीटर सिस्टम, बाइपेप, वेंटिलेटर के चालू हालत में होने और तीमारदारों के लिए बनाए गए काउच का मौके पर परीक्षण हुआ। पीकू वार्ड के प्रभारी और चिल्ड्रेन अस्पताल के विभागाध्यक्ष डा। मुकेश वीर सिंह ने जानकारी दी। आइसीयू प्रभारी डा। नीलम सिंह, डा। सुजीत वर्मा, सीएमओ कार्यालय के डा। महानंद भी शामिल रहे।
आक्सीजन-वेंटीलेटर भी हुआ चेक
बेली अस्पताल में डा। जीतेंद्र ने सीएमओ कार्यालय के डा। वरुण क्वात्रा के साथ पहुंचकर निरीक्षण किया। इसके अलावा रामनगर, मांडा, फूलपुर और कोटवा एट बनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाए गए 10-10 बेड के पीकू वार्ड का इसी तरह से निरीक्षण कर तैयारियां देखी गई। डा। वरुण क्वात्रा ने बताया कि सभी अस्पताल में माकड्रिल कराकर तैयारियां देखी गई। आक्सीजन सप्लाई, वेंटिलेटर, बाइपेप मशीन, आकस्मिक परिस्थिति में डाक्टरों की उपलब्धता की तैयारी पर टीम ने संतोष जताया।