प्रयागराज ब्यूरो । महर्षि वाल्मीकि की जयंती धूमधाम से मनाई गई। विद्यालय परिसर स्थिति महर्षि के मंदिर में ढोल- नगाड़ों के आवाज के बीच उनकी पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर भजन कीर्तन का गायन भी हुआ। महिलाओं और बच्चियों ने भजन गाकर समां बांध दिया। शाम के वक्त महर्षि वाल्मीकि की शोभायात्रा निकाली गई। शाम को परिसर में भंडारे का भी आयोजन किया गया। वरिष्ठ भाजपा नेता पवन श्रीवास्तव ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने रामायण की रचना कर भगवान श्री राम के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाया है। उनकी रचनाएं अनंत काल तक समाज का मार्गदर्शन करती रहेंगी। सांसद प्रवीण पटेल ने कहा कि रामायण में सत्य, धर्म, साहस और सद्भावना का संदेश है। महर्षि वाल्मीकि अपनी मानवता व अपने संदेशों के माध्यम से युगों-युगों तक हमारी सभ्यता और संस्कृति की अमूल्य धरोहर बने रहेंगे।

कर्मों से होता है महान
मेयर गणेश केशरवानी ने कहा कि अपने अच्छे काम से वो महर्षि बन गए। इससे सीख मिलती है कि कोई भी व्यक्ति अपने कर्मों और प्रयासों से अपनी पहचान और स्थिति बदल सकता है और महान बन सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अखिल भारतीय बाल्मीकि नवयुवक संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम मोहन कंडारे ने कहा कि महर्षि बाल्मीकि के आदर्शों को अपनाकर हम अपने जीवन को सार्थक , सकारात्मक और समाज के लिए उपयोगी बना सकते हैं।