प्रयागराज (ब्यूरो)। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में कोर्ट के अंदर गवाही शुरू हो गई है। केस के वादी अमर गिरि गुरुवार को साक्ष्य के लिए कोर्ट में पेश हुए। सीबीआई के वकील व जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी की मौजूदगी में गवाही शुरू हुई। वादी की यह गवाही पूरी नहीं हो सकी। ऐसी स्थिति में गवाही के लिए कोर्ट के जरिए आठ जून की डेट नियत की गई। अब नियत की गई तारीख पर फिर वादी गवाही के लिए डीजे संतोष राय की कोर्ट में पेश होगा। इस वादी की गवाही पूरी होने के बाद दूसरे गवाह को साक्ष्य के लिए कोर्ट में पेश किया जाएगा। गवाहों की गवाही पूरी होने के बाद बहस की प्रक्रिया शुरू होगी।
मठ बाघम्बरी गद्दी में हुई थी घटना
जार्जटाउन एरिया के मठ बाघम्बरी गद्दी स्थित अपने कक्ष में 20 सितंबर को 2021 मृत अवस्था में मिले थे। अधिवक्ताओं ने बताया कि दूसरे दिन 21 सितंबर को स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया था कि रोज की तरह 20 सितंबर को भी महंत भोजन के बाद अपने कक्ष विश्राम के लिए गए थे। प्रति दिन की तरह तीन बजे दोपहर का समय उनके चाय का होता था। लेकिन कक्ष में जाते वक्त वह चाय के लिए मना कर गए थे। महंत कहे थे कि जब चाय पीना होगा तो वह स्वयं सूचना देंगे। शाम करीब पांच बजे तक कोई सूचना नहीं मिली तो फोन किया गया। फोन बंद बताने पर दरवाजा खटखटाया गया। कोई आहट नहीं मिलने पर सुमित तिवारी, सर्वेश कुमार द्विवेदी तथा धनन्जय आदि शिष्यों के द्वारा दरवाजे को धक्का देकर खोला गया। तब महाराज पंखे में रस्सी द्वारा लटकते हुए पाए गए। उनके जीवित होने की संभावना को देखते हुए शिष्यों के द्वारा रस्सी काटकर महाराज को नीचे उतारा गया। तब तक वह स्वर्गलोक वासी हो चुके थे।
परेशान चल रहे थे महंत
तहरीर में बताया गया था कि महाराज जी कुछ महीने से आनन्द गिरि को लेकर परेशान रहा करते थे। यह बात कभी कभी वह यानी महाराज जी स्वयं कहा करते थे कि आनन्द गिरि हमें बहुत परेशान करता रहता है। यह सूचना हम लोगों द्वारा थाना जार्जटाउन एवं आईजी प्रयागराज को दी गई। जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी की मानें तो इस मामले में आनन्द गिरि उर्फ अशोक कुमार, आद्या प्रसाद तिवारी व संदीप तिवारी अभियुक्त हैं। इस प्रकरण में वादी अमर गिरि पवन महराज, आरोपितों में आनन्द गिरि चित्रकूट जेल में बंद है। जबकि अन्य दोनों आरोपित नैनी सेंट्रल जेल में है। इसी मामले में बुधवार को वादी अमर गिरि पवन महाराज की गवाही की डेट नियत थी। गवाही पूरी नहीं होने पर कोर्ट के द्वारा आठ जून की डेट नियत की गई है।
नरेंद्र गिरि प्रकरण में गवाही शुरू हो गई है। बुधवार को वादी की साक्ष्य गवाही पूरी नहीं हो सकी। इस पर कोर्ट के द्वारा आठ जून की डेट नियत की गई है। मामले में आनन्द गिरि समेत तीन लोग आरोपित हैं।
गुलाबचंद्र अग्रहरि
जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी