प्रयागराज ब्यूरो । अगले साल होने वाला महाकुंभ मेला 421 एकड़ में बसेगा। इसके लिए रक्षा संपदा विभाग ने अनुमति दे दी है। इसके बाद महाकुंभ की तैयारियों में तेजी आएगी। इतना ही नही, रक्षा संपदा विभाग ने कुंभ मेला प्राधिकरण को 500 एकड़ भूमि पार्किंग के लिए भी दी है। बता दें कि मेले के लिए आवंटित की गई भूमि 2019 के कुंभ के मुकाबले अधिक है। इस बार दिव्य और भव्य महाकुंभ बसाने के लिए मेला प्रशासन ने केंद्र सरकार से अधिक भूमि की मांग भी की थी, जिसे मंजूरी दे दी गई है।

30 जून 2025 तक के लिए मिली भूमि

रक्षा संपदा विभाग ने मेला के लिए अस्थाई तौर पर 30 जून 2025 तक के लिए भूमि आवंटित की है। पिछले कुंभ में रक्षा संपदा विभाग ने मेला प्रशासन को 385 एकड़ भूिमि सौंपी थी, जिससे इस बार 36 एकड़ अधिक प्रदान की गई है। पार्किंग के लिए दी गई 500 एकड़ भूमि 1 अगस्त 2024 से 28 फरवरी 2025 तक के लिए अस्थाई तौर पर दी है। अभी तक महाकुंभ की तैयारियों में आ रही बाधाएं जमीन आवंटन के बाद काफी हद तक दूर हो जाएंगी। मेले के लिए जमीन आवंटन का काम भी समय पर शुरू किया जा सकेगा।

इन जगहों पर बनाई जाएगी पार्किंग

सैन्य भूमि पर एक दर्जन पार्किंग बनाने के लिए मेला प्राधिकरण को एनओसी दी गई है। मेला प्राधिकरण की मांग पर रक्षा संपदा मुख्यालय मध्य कमान ने लगभग 500 एकड़ जमीन अलग अलग एरिया में देने की परमिशन दी है। यह जमीनें बड़ा बघाड़ा, भारत स्काउट, वीर अब्दुल हमीद द्वार के सामने, आईईआरटी, केंद्रीय विद्यालय ओल्ड कैंट, नेहरू पार्क के पास और झूंसी के चीनी मिल में स्थित हैं। इनमें अस्थाई पार्किंग का निर्माण मेले के दौरान किया जाएगा। इसके साथ ही बड़ा बघाड़ा में तीन, आईईआरटी और झूसी चीनी मिल में दो-दो पार्किंग बनाई जानी है। इसके लिए भी भूमि को हरी झंडी दे दी गई है। यह भी बता दें कि इस बार पहली बार वीर अब्दुल हमीद द्वार के पास भी अस्थाई पार्किंग तैयार की जानी है। इससे पहले ऐसी व्यवस्था नही थी। महाकुंभ में मेले में आने वाले इस स्थान पर अपने वाहन पार्क कर सकेंगे।

अगले साल होने के वाले महाकुंभ के लिए रक्षा मंत्रालय ने अस्थाई तौर पर 421 एकड़ भूमि प्रदान की है। 2029 में हुए कुंभ के मुकाबले यह भूमि अधिक है।

अमित मिश्रा, रक्षा संपदा अधिकारी