प्रयागराज ब्यूरो । माफिया का बढ़ गया बीपी, चक्कर खाकर लड़खड़ाया, अशरफ ने दिया सहारा
असद अहमद और गुलाम हसन का एनकाउंटर झांसी किये जाने के समय माफिया अतीक और उसका भाई अशरफ सीजेएम कोर्ट में ही मौजूद थे। वकीलों ने बताया कि असद के एनकाउंटर का समाचार सुनने पर अतीक फफक पड़ा। कोर्ट रूम में मौजूद कुछ वकील बताते हैं कि कोर्ट रूम में अतीक ने भाई अशरफ से कहा, यह सब मेरी वजह से हुआ है। यह सुनने के बाद माफिया का बीपी बढ़ गया। वह चक्कर खाकर लड़खड़ाया तो भाई अशरफ ने सहारा दिया।
कोर्ट से निकलते ही फेंका गया जूता-चप्पल
सीजेएम कोर्ट में गुरुवार दोपहर सुनवाई के बाद निकलते वक्त माफिया अतीक अहमद पर वकीलों, स्थानीय लोगों और उमेश पाल के समर्थकों की ओर से जूता-चप्पल और बोतलें फेंकी गयी। लोगों की ओर से निशाना बनाए जाने की कोशिश के बीच दोनों को पुलिस ने कवर देते हुए तुरंत वैन तक पहुंचा दिया।
अतीक अहमद के बेटे व एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चायें गर्म है। लोगों को लगता है कि विकास दुबे कांड को दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है। घटना के पूरे तथ्य व सच्चाई जनता के सामने आए इसके लिए उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है।
मायावती
बसपा प्रमुख
गोली से इंसाफ होगा तो जज क्या करेंगे।
असदुद्दीन ओवैसी, प्रमुख एएमआईएम
झूठे एनकाउंटर करके भाजपा सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते है। आज के व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है।
अखिलेश यादव
सपा प्रमुख
यूपी एसटीएफ टीम को बधाई। उमेश पाल एडवोकेट और पुलिस जवानों के हत्यारों को यही हश्र होना था।
केशव प्रसाद मौर्या
डिप्टी सीएम यूपी