प्रयागराज (ब्यूरो)। जिन सात अभियुक्तों पर 25-25 हजार रुपये के इनाम घोषित किए गए हैं। उनमें माफिया अतीक अहमद के बेटे मो। उमर का नाम सबसे ऊपर है। वह खुल्दाबाद थाना क्षेत्र के चकिया का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक उमर के साथ मो। असद पुत्र मो। आफाक निवासी न्यू चकिया थाना खुल्दाबाद, मो। आरिफ उर्फ कछौली उर्फ खचौली पुत्र नईमुद्दीन उर्फ नम्मू निवासी चकिया थाना खुल्दाबाद, संजय सिंह पुत्र अग्रसेन सिंह निवासी राजरूपपुर थाना धूमनगंज सहित फुल्लू पुत्र तूफैल निवासी कसारी मसारी थाना धूमनगंज व अमन पुत्र नफीस निवासी जल संस्थान थाना खुल्दाबाद एवं इमरान उर्फ गुड्डू पुत्र लुकमान निवासी मालवीय नगर थाना मुट्ठीगंज का नाम शामिल है। पुलिस की मानें तो इन सातों के खिलाफ मारपीट, गालीगलौज, हत्या के प्रयास सहित कई अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा करेली थाने में दर्ज है। इसी मुकदमों में सातों पिछले वर्ष 31 दिसंबर से वांछित चल रहे हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद सातों पुलिस के हत्थे अब तक नहीं लग सके थे।
उमर पहले से ही अंडर ग्राउंड चल रहा है। अब मो। अली पुलिस की नजरों में भगोड़ा साबित हो चुका है। दोनों बेटों पर इनाम घोषित होने के बाद अहमदाबाद जेल में बंद अतीक अहमद की फेमिली की मुश्किलें बढ़ गई हैं। छोटे बेटे अली पर इनाम घोषित होने के बाद एक बार फिर अहमदाबाद जेल में बंद अतीक का परिवार चर्चा में आ गया है।
ऐसे हाईलाइट हुआ उमर और अली
अतीक के बेटे अली का नाम पिछले वर्ष माफियाओं के खिलाफ हुई कार्रवाई के दौरान हाईलाइट हुआ था।
बुलडोजर लगाकर जिस वक्त अतीक का मकान ढहाया जा रहा था उस समय अली विरोध में सामने आया था।
इनाम घोषित होने के बाद अब अली भी पुलिस के नेक्स्ट टारगेट में शामिल हो गया है।
बताते चलें कि मो। उमर का नाम देवरिया जेल कांड से उछला था।
उमर की तलाश प्रयागराज पुलिस के साथ सीबीआई भी कर रही है। क्योंकि देवरिया जेल कांड की जांच सीबीआई ही कर रही है।
दिसंबर 2018 में लखनऊ के कृष्णानगर थाने में बाहुबली अतीक अहमद व उसके बेटे उमर एवं गुर्गे फारुख जकी अहमद, जफर उल्ला, गुलाब सरवर के खिलाफ लूट, गुण्डा टैक्स वसूलने सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था।
कारोबारी से 75 लाख रुपये वसूलने की बात सामने आई थी। कारोबारी ने इंसाफ के लिए सुप्रीमकोर्ट का शरण लिया था।
कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच सीबीआई के पाले में पहुंची थी। सीबीआई के द्वारा 12 जून 2019 को अतीक अहमद समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
अतीक और गुर्गों को आर्थिक चोट
पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद की फेमिली व गुर्गों पर कार्रवाई का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व भी अतीक व उनके गुर्गों को करीब 250 करोड़ों की आर्थिक चोट पहुंच चुकी है। बताते हैं कि प्रशासन और पुलिस व पीडीए की संयुक्त कार्रवाई में करोड़ों की सम्पत्ति कुर्क की गई थी। इसके साथ दबंगई के बूते कराए गए निर्माण को भी ढहाया गया था। इस कार्रवाई के बैक फ्लैस पर जाएं तो चकिया में अतीक के जिस पुश्तैनी मकान ढहाया गया था उसकी कीमत करीब 40 करोड़ बताई गई थी। करबला में 12 करोड़ के दफ्तर का भी कुछ हिस्सा तोड़ा गया था। झूंसी के झूंंसी में लगभग 30 करोड़ की जमीन को कब्जे में लेते हुए कोल्ड स्टोरेज को भी जमींदोज किया गया था। इसकी भी कीमत करोड़ों में बताई गई थी। लूकरगंज में माफिया से 85 करोड़ कीमत की जमीन व सिविल लाइंस के एमजी मार्ग व नवाब यूसुफ रोड पर स्थित 18 करोड़ की संप्पति को प्रशासन ने कब्जे में ली थी। अतीक के गुर्गे मो। असाद से चार करोड़ व साढू इमरान जई के आठ करोड़ का होटल व दफ्तर भी गिराए गए थे। माफिया के छोटे भाई अशरफ के साले जैद का भी 30 करोड़ रुपये का मकान गिराया गया था। शिवकुटी में भतीजे से आठ करोड़ से अधिक की संपत्ति को मुक्त कराई गई। इतना ही नहीं शूटर कम्मो, जाबिर, आबिद प्रधान, जुल्फिकार उर्फ तोता समेत कई अन्य के भी मकान को ध्वस्त करके करोड़ों की आर्थिक चोट पहुंचाई गई थी। प्रवर्तन निदेशाल ईडी भी आठ करोड़ रुपये की संपत्ति व बैंक खातों को अब तक अटैच कर चुकी है।
वांछित चल रहे सात अभियुक्तों पर 25-25 हजार रुपये के इनाम घोषित किए गए हैं। यदि वह अपराधी मुठभेड़ में मारे जाते हैं तो ऐसी दशा में नियमानुसार जांच के बाद ही घोषित की गई पुरस्कार की राशि मुठभेड़ करने वाली टीम को दी जाएगी।
अजय कुमार, एसएसपी प्रयागराज