प्रयागराज (ब्यूरो)।अतीक की चालीस साल की माफियागीरी का किला महज डेढ़ मिनट में ढहा था। अस्सी मिनट इंतजार के बाद शूटरर्स ने महज डेढ़ मिनट में माफिया अतीक और अशरफ को ढेर कर दिया था। इस हत्याकांड की विवेचना अब अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि जल्द ही अतीक अशरफ हत्याकांड की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी जाएगी। क्योंकि घटना के नब्बे दिन पूरा होने में चंद रोज बचे हैं। चार्जशीट में शूटर्स का लिंक किस किस से जोड़ा गया है इसके लिए अभी थोड़ा और इंतजार करना होगा। मगर ये तय है कि एसआईटी को इस हत्याकांड ने चकर घिन्नी बना दिया है।
कॉल्विन अस्पताल में हुई घटना
अतीक अशरफ हत्याकांड को 90 दिन पूरे होने को हैं। ऐसे में चार्जशीट को दाखिल करने का समय आ गया है। फौरी तौर पर सीसीटीवी फुटेज की जांच में ये बात सामने आई है कि शूटर्स ने घटना को अंजाम देने के लिए करीब अस्सी मिनट इंतजार किया। इस दौरान वे वहां मौजूद मीडियाकर्मियों के इर्दगिर्द घूमते रहे। तीनों शूटर सनी सिंह, अरुण मौर्य और लवलेश तिवारी का अंदाज इतना शातिराना था कि कोई भी उन पर शक नहीं कर पाया। वे मीडियाकर्मियों से बात करते भी दिखे हैं। सीसीटीवी फुटेज की जांच में सामने आया कि वे करीब नौ बजकर दस मिनट अस्पताल परिसर में दाखिल हुए। सबसे पहले लवलेश अंदर पहुंचा था। इसके बाद सनी सिंह और अरुण पहुंचे। तीनों आसपास रहे, लेकिन एक दूसरे से बात करते नहीं दिखे।
सबसे पहले लवलेश ने चलाई गोली
सूत्रों की मानें तो करीब साढ़े दस बजे अतीक और अशरफ को बाहर लाया गया। वहां पहले से मीडियाकर्मी मौजूद थे। दोनों भाई जैसे ही मीडियाकर्मियों के पास पहुंचे सबसे पहले लवलेश ने गोली दागनी शुरू कर दी। पहली गोली अतीक को लगी। इसके बाद अतीक को नौ गोली मारी गई जबकि अशरफ को छह गोली लगी। पंद्रह गोली चलने में महज डेढ़ मिनट का वक्त लगा।