प्रयागराज (ब्यूरो)। बता दें कि गुरुवार को मिशन शक्ति फेज-3 के अन्तर्गत महिलाओं से सम्बंधित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं विषयक जागरूकता शिविर एवं महिला जनसुनवाई की गयी। इस दौरान सदस्या ने कहा कि यदि कोई महिला शिकायत लेकर थाने में जाती है, तो पूरी गम्भीरता व संवेदना के साथ महिलाओं की शिकायतों को सुनते हुए आवश्यक कार्यवाही की जाए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता, लापरवाही न बरती जाये। उन्होंने कहा कि महिला जन सुनवाई में आने वाले शिकायती प्रकरणों के निस्तारण की मानिटरिंग सुनवाई के बाद नियमित रूप से आयोग के स्तर पर की जाती है इसलिए प्रकरणों को बेवजह लम्बित करने तथा पीडि़त महिलाओ को न्याय दिलाने में किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये।
कोई नही तो हम सुनेंगे
इस दौरान घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीडऩ से सम्बंधित शिकायतें महिलाओं ने दर्ज कराई। सदस्या ने कहा कि महिला आयोग का गठन पीडि़त महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए ही हुआ है। यदि किसी महिला को न्याय मिलने में कोई परेशानी आ रही है तो वे अपनी समस्या को लेकर महिला जनसुनवाई में जरूर आये। जनसुनवाई में कुल 20 प्रकरण सुनवाई के लिए आये, जिनमें से 5 प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। मौके पर सूर्या मित्रा निवासी संगम विहार हवेलिया झूंसी के द्वारा अपने बेटे के द्वारा प्रताडि़त किये जाने की शिकायत की गयी। सरोज गोस्वामी निवासी एडीए कालोनी नैनी के द्वारा बटवारें की शिकायत, एवं पूनम देवी निवासी शिवकुटी के द्वारा उनके घर में जबदस्ती कब्जा किये जाने की शिकायत दर्ज कराई गई। जिनके गुणवत्तापूर्वक निस्तारण के आदेश दिए गए। जन सुनवाई में इन्द्रभान तिवारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज कुमार मिश्र सहित अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे। सदस्या द्वारा इसके पश्चात राजकीय बाल गृह शिशु खुल्दाबाद, राजकीय बाल गृह बालिका खुल्दाबाद, राजकीय महिला शरणालय, राजकीय सम्प्रेक्षण गृह किशोर का निरीक्षण किया गया तथा सम्बंधित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए।