पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रेखा सिंह 2912 मतों के अंतर से हासिल की जीत
- कई सीटों पर जीत के बड़े अंतर को लेकर निकटतम प्रतिद्वंदी लगा रहे गणित
प्रयागराज जिला पंचायत के चुनाव में सदस्य पद पर जीत और हार का अंतर कुछ सीटों पर काफी बड़ा रहा है। चंद सीटें ऐसी रहीं जहां यह अंतर सैकड़ों में देखने को मिला। यह बात दीगर है कि सेकंड पोल करने वाले प्रत्याशी जीत की माला नहीं पहन सके। जीत तक पहुंच कर हारने वाले प्रत्याशी खुद की समीक्षा शुरू कर दिए हैं। वह खुद की हार को लेकर मतदान केंद्र वार गणित लगाने में जुट गए हैं। इस गणित के पीछे कई तरह की वजहें बताई जा रही हैं। कारण यह माना जा रहा कि वह इस चुनाव में जीत के लिए हर फन आजमाए थे। बावजूद इसके मिली हार को लेकर वह हैरान हैं। उन्हें शक है कि इस हार के पीछे किसी भितरघाती का रोल है। वह ऐसे भितरघातियों को चिह्नित करने की फिराक में हैं। हालांकि सियासत की जंग में भितरघात कोई नई बात नहीं है।
भितरघातियों को तलाश रहे दिग्गज
चुनाव परिणाम के बाद विजेताओं के निकटतम प्रतिद्वंदी कई सीट पर दमदारी से चुनाव लड़े हैं। रेकार्ड के मुताबिक वार्ड से 6267 मत पाकर बृज कुमारी मैदान मारी हैं। इनकी निकटतम प्रतिद्वंदी रही ज्योति सिंह को 5651 मत मिला था। इस तरह बृज कुमारी 625 मतों के अंतर से चुनाव जीत गई थीं। वार्ड दो 5142 मत पाकर जीते धर्मेद्र के प्रतिद्वंदी रहे अरविन्द कुमार को 4497 मत मिले थे। धर्मेद्र की जीत 645 मतों के अंतर से हुई थी। वार्ड तीन में अरविन्द कुमार 5326 मत प्राप्त कर चुनाव जीते। जबकि विनोद कुमार 4527 मत प्रापत किए। इस तरह अरविन्द के जीत का अंतर 799 मतों का रहा। वार्ड चार में जय प्रकाश को 2503 पाकर चुनाव जीते। जबकि प्रतिद्वंदी विनोद के खाते में 2347 मत आए। यहां जीत का मात्र 156 मतों का रहा। वार्ड पांच पर 7459 प्राप्त कर निकटतम प्रतिद्वंदी कमलेश को बबिता देवी ने 1118 मत से पराजित किया। उत्तम सिंह वार्ड छह से 7050 मत प्राप्त कर शिवशंकर को 2512 के अंदर से शिकस्त दिए। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं रेखा सिंह वार्ड 77 से चुनाव जीती हैं। यहां इन्हें 6574 मत मिले हैं। इनके निकटतम प्रतिद्वंदी हृदयशंकर त्रिपाठी 3662 मत प्राप्त किए। इस तरह रेखा सिंह 2912 के अंतर से जीत हासिल कीं। इसी तरह वार्ड 23 से आशीष कुमार 4884 मत प्राप्त कर मनीषा को 1541 मतों से मात दिए। संगीता वार्ड 24 से निकटतम प्रतिद्वंदी विनीता को 759 वोट से पराजित कीं। वार्ड 51 से कृष्णावती देवी अपने प्रतिद्वंदी ऊषा देवी को 555 वोट से शिकस्त देकर जीत हासिल कीं। इसी तरह अन्य कई वार्डो में भी जीत और हार का अंतर काफी बड़ा रहा है। चंद ही सीटें ऐसी रहीं जिन पर जीत और हार का अंतर सैकड़ों में देखने को मिला।