प्रयागराज (ब्यूरो)। किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने कहा कि भगवान श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम थे, उन्होंने सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए सभी को एक सूत्र में बांधा था। वहीं भारतीय संस्कृति, सभ्यता और सामाजिक सद्भावना थी। उन्होंने दो दिवसीय प्रयागराज के प्रवास के पश्चात दिल्ली जाते समय सिविल लाइंस स्थित एक होटल में शिष्यों से कहीं। इसके पूर्व वृन्दावन के सिद्धपीठ बंशीवट के युवा संत स्वामी बृजमोहन दास बंशी बाबा और उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के संरक्षक डा हरिप्रकाश यादव ने किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर को बुके, स्मृति चिह्न और अंगवस्त्रम प्रदान कर विदाई दिया।
आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने कहा कि आज उसी सामाजिक समरसता की फिर से लोगों में और समाज में जरुरत है। तभी देश एकता, अखण्डता के सूत्र में बंधकर मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि सबसे अच्छी और व्यवहारिक बात यह है कि सरकार सनातन धर्म को पूरी तरह संरक्षण देते हुए संरक्षित कर रही है जिसकी आज से 500 वर्ष पूर्व जरूरत थी। इस दौरान वरिष्ठ पूर्व शिक्षाधिकारी भावना शिक्षार्थी, प्रधानाचार्या वंदना जी, एकजुट के संरक्षक डा हरिप्रकाश यादव, समाजसेवी रेनूराज सिंह, भावना, लालू मित्तल सहित अन्य लोग थे।