प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शासन स्तर पर अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी गठित किये जाने के बाद भी प्रयागराज में लोकल लेवल पर भी एसआईटी का गठन कर दिया गया है। स्पेशल इंवेस्टिगेशन करने के लिए टीम में तीन अफसरों को स्थान दिया गया है। तीनों अफसरों की तैनाती इसी जिले में है। इस टीम ने अपना काम भी शुरू कर दिया है। संभावना जताई जा रही है कि यह टीम इस शूटआउट को अंजाम देने वाले तीनो अपराधियों को कस्टडी रिमांड पर ले सकती है। वैसे सोमवार को पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए कोई अर्जी कोर्ट में दाखिल नहीं की गयी थी।

तीन अफसरों की बनी है टीम
स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम का गठन सोमवार को पुलिस कमिश्रनर रमित शर्मा ने किया है। इसमें एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र, एसीपी सत्येन्द्र प्रसाद तिवारी और इंस्पेक्टर ओम प्रकाश को रखा गया है। इस टीम को शाहगंज थाना क्षेत्र में पुलिस कस्टडी में हुए शूटआउट का पूरा सच सामने लाना है। हत्यारों के बारे में पता लगाना है और साथ में यह भी आईडेंटीफाई करना है कि पुलिस के लेवर पर भी कोई चूक हुई है क्या? इसी के चलते घटना को रिक्रिएट किये जाने का अनुमान लगाया जा रहा है। टीम गठन के साथ जारी आदेश में कहा गया है कि एसआइटी पूरे मामले की गहन विवेचना करते हुए सभी तरह के साक्ष्य संकलित करेगी। यह टीम अतीक अशरफ की सुरक्षा में पुलिसकर्मियों के साथ ही बाइट लेने वाले मीडियाकर्मियों से भी पूछताछ कर सकती है। उनके पास मौजूद एवीडेंस को कलेक्ट कर सकती है। सोमवार को एसआइटी ने एफआइआर की कापी लेने के साथ ही विवेचना शुरू कर दी है। इस टीम को एडीजी जोन भानु भास्कर, एफएसएल लखनऊ के निदेशक डा। सुनील कुमार और पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा मॉनीटर करेंगे।

जल्द आ सकते हैं न्यायिक आयोग के सदस्य
शासन स्तर पर अतीक व अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए न्यायिक आयोग का भी गठन किया गया है। कहा जा रहा है कि जल्द ही न्यायिक आयोग के सदस्य प्रयागराज आ सकते हैं। हालांकि इस बारे में भी कोई ऑफिशियल जानकारी पुलिस की तरफ से शेयर नहीं की गयी है। सरकार की तरफ से इस टीम को दो महीने का ही मौका दिया गया है, इसी से कयास लगाए जा रहे हैं एक-दो के भीतर ही यह टीम प्रयागराज में दस्तक देकर जांच शुरू कर सकती है।