प्रयागराज ब्यूरो । यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों के नंबर बढ़वाने का झांसा देकर रुपये ऐंठने के लिए जालसाज सक्रिय हो गए हैं। जालसाज ने अपने को यूपी बोर्ड का कर्मचारी बताकर फोन पर परीक्षार्थी या उनके अभिभावक से मोबाइल नंबर पर बात की। बताया कि नकल के प्रति सख्ती के कारण परीक्षार्थी को उत्तरपुस्तिका में नंबर कम मिले हैं। फोन पर यह भी कहा कि नंबर कम होने से पास नहीं हो सकेंगे। नंबर बढ़वाने के लिए रुपये की मांग की गई। ऐसी शिकायत यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल को मिली तो उन्होंने परीक्षार्थियों और उनके अभिभावकों को सतर्क रहने को कहा है। साथ ही इसे जालसाजों एवं साइबर ठगों की कारस्तानी बताया और जिन नंबरों से फोन किए गए हैं, उसकी जानकारी पुलिस को दी है, ताकि उन्हें पकड़ा जा सके।
खुद को बता रहे बोर्ड का अफसर
प्रयागराज के एक परीक्षार्थी के अभिभावक के पास गुरुवार को फोन आया। फोन करने वाले ने बताया कि वह यूपी बोर्ड से बोल रहा है। इस बार परीक्षा में सख्ती के कारण आपके बच्चे का नंबर कम आया है। ऐसे में पास नहीं हो सकेगा। उसे पास कराना है तो रुपये खर्च करने पड़ेंगे। पास करा दिया जाएगा। इसके लिए लिए एक खाता नंबर भी बताया गया, जिसमें रुपये ट्रांसफर करने की बात कही गई। परीक्षार्थी की ओर से की गई शिकायत को यूपी बोर्ड सचिव ने गंभीरता से लेते हुए पुलिस से शिकायत की है। साथ ही छात्रों एवं अभिभावकों से इस मामले में सतर्क रहने का कहा है। यह भी कहा है कि नंबर बढ़ाने को लेकर कोई फोन काल आए तो वह तत्काल अपने जिले में डीआईओएस कार्यालय में सूचना दें, ताकि जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।
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डीआईओएस छात्रों को करेंगे जागरुक
यूपी बोर्ड सचिव ने आनलाइन मीटिंग में सभी डीआईओएस को कहा है कि साइबर ठगों व जालसाजों के जाल में छात्र एवं अभिभावक न फंसने पाएं। इसके लिए वह उन्हें जागरूक करें। उन्होंने सभी अधीनस्थ अधिकारियों से कहा कि वह अपने कार्यालय में एक सेल बनाएं, जहां छात्र या अभिभावक इसकी शिकायत दर्ज करा सकें।

छूटे छात्रों की प्रैक्टिकल परीक्षा शुरू
यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के छूटे छात्रों की प्रैक्टिकल परीक्षा का आगाज हो गया है। बोर्ड ने प्रदेश के करीब 12 हजार छात्रों को प्रैक्टिकल परीक्षा में शामिल होने का अंतिम मौका दिया है। बोर्ड ने दो दिन में यह टारगेट दो दिन में एचीव करने का प्लान तैयार किया है। इसके बाद बोर्ड को रिजल्ट घोषित करने के लिए सिर्फ नंबरों की फीडिंग उसे क्रास चेक किये जाने के साथ टॉपर्स का डिटेल तैयार करना है। यानी बोर्ड का पूरा फोकस अब रिजल्ट तैयार करने पर डायवर्ट हो जाना है। संभावना जताई जा रही है कि दो सप्ताह के भीतर बोर्ड रिजल्ट जारी कर सकता है। वैसे अफसर अभी इस मसले पर कुछ खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि हम जल्द से जल्द रिजल्ट घोषित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।

आपका डाटा लीक हो सकता है लेकिन खाता नहीं। आपके लिंक किये हुए डाटा के आधार पर आपको विश्वास दिलाकर पैसे की मांग की जाती है। आप लालच या डर में आकर पैसा देंगे तो आपके साथ सिर्फ साइबर अपराध होता है। आपके पास कोई कॉल आती है तो साइबर सेल को सूचना जरूर दें।
जय प्रकाश सिंह
साइबर एक्सपर्ट

बोर्ड परीक्षा में शामिल छात्रों के अंक बढ़ाने तथा उन्हें फेल पास करने का प्रलोभन देकर कुछ साइबर ठग अवैध रूप से धन की मांग कर रहे हैं। ऐसी सूचना अभिभावकों और परीक्षार्थियों की ओर से प्राप्त हो रही है। यह बोर्ड की छवि धूमिल करने का प्रयास है। डीआईओएस को निर्देश दिया गया है कि वे ऐसी कोई सूचना मिलने पर साइबर सेल में शिकायत दर्ज करावें।
दिब्यकांत शुक्ला
सचिव, यूपी बोर्ड