विदेशी नागरिकों का डिटेल रखने की होती है एलआईयू की जिम्मेदारी
अफगानिस्तान के हालात के बाद भी नहीं एक्टिव है एलआईयू
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PRAYAGRAJ: विदेशी नागरिकों की जानकारी रखने की जिम्मेदारी एलआईयू के पास होती है। कोई भी विदेशी नागरिक वीजा लेकर आता है, तो उसकी डिटेल संबंधित जिले के एलआईयू आफिस को भेज दी जाती है। जिससे उस नागरिक की गतिविधियों और उसके वीजा खत्म होने तक की पूरी जिम्मेदारी एलआईयू के पास मौजूद रहे। जिससे इस बात का पता चलता रहे कि विदेश से आने वाले विदेशी नागरिक देश में कोई अवैध गतिविधियां या फिर अवैध रूप से न रहे। ऐसे में एलआईयू इन चीजों को लेकर अपडेट रहे। लेकिन प्रयागराज के एलआईयू के पास विदेशी नागरिकों की जानकारी ही नहीं है। ये हम नहीं, बल्कि सिटी में एलआईयू की सीओ ज्ञानमति तिवारी का दावा है। अफगानिस्तान में चल रहे गृह युद्ध और तख्तापलट के बाद वहां के नागरिक भागने को मजबूर है। ऐसे में जब सीओ एलआईयू ज्ञानमति तिवारी से सिटी में अफगानी स्टूडेंट्स की संख्या के बारे में पूछा गया तो उनका जवाब था कि यहां पर कोई अफगानी स्टूडेंट्स नहीं है।
लॉकडाउन के पहले ही चले गए थे
एलआईयू की सीओ ज्ञानमति तिवारी का कहना है कि कोरोना की शुरुआत के बाद जब लॉकडाउन लगा, उसके पहले ही अफगानिस्तान से पढ़ाई करने आए सभी स्टूडेंट्स वापस लौट चुके है। वर्तमान में कोई भी स्टूडेंट सिटी में नहीं है। जबकि एलआईयू आफिस से चंद कदम की दूरी पर ही इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का इंटरनेशनल हॉस्टल है। जहां पर करीब 12 अफगानिस्तान के स्टूडेंट्स है। जो अपनी फैमली की चिंता को लेकर परेशान है। साथ ही सर हैंगिगबॉटम डीम्ड यूनिवर्सिटी यानी शुआट्स में भी वर्तमान में अलग-अलग पाठ्यक्रम में पढ़ाई करने वाले करीब 5 स्टूडेंट्स है। जो अफगानिस्तान से यहां पढ़ाई करने आए है। उसके बाद भी सीओ एलआईयू की माने तो यहां पर कोई भी अफगानी स्टूडेंट नहीं है।
अफगानिस्तान के कोई स्टूडेंट सिटी में नहीं है। लॉकडाउन के पहले ही सभी जा चुके है।
ज्ञानमति तिवारी, सीओ, एलआईयू
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शुआट्स में अफगानी स्टूडेंट्स को सता रही फैमली की सुरक्षा
शुआट्स में पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को अपने फैमली की सुरक्षा की चिंता लगातार बनी हुई है। शुआट्स में वर्तमान में इंटरनेशनल डिविजन पांच स्टूडेंट्स है। जो अलग-अलग पाठ्यक्रम में पढ़ाई कर रहे है। इसमें जाकिर उल्लाह फैजली पीएचडी के स्टूडेंट है। शफीउल्लाह सतंकजई शुआट्स से एमटेक, नवाजिश राजाये एमएससी, जियाउल्लाहक जिया, एमबीए और फारूक उल्लाह, एमटेक के स्टूडेंट है। स्टूडेंट्स की चिंता को देखते हुए शुआट्स के इंटरनेशनल डिविजन के चेयरमैन डॉ। मोहम्मद इम्तियाज ने अफगानिस्तान एम्बेसी से में एजूकेशनल सिद्दीकी उल्लाह शेहर से फोन पर बात की। साथ ही हालात पूछा और शुआट्स के स्टूडेंट्स के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी की देखरेख में है। उनका घर वालों से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। उनका वीजा भी एक साल का ही है। शुआट्स यूनिवर्सिटी अपने अफगानी स्टूडेंट्स की हर तरह से मदद कर रहा है।