प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शहरी एरिया में रहने वाले भवन स्वामियों के लिए आगाह और चेतावनी भरी खबर है। यदि जीआईएस सर्वे में मकान का टैक्स बढ़ गया था तो स्वकर निर्धारण प्रणाली के तहत बगैर देर किए आवेदन कर दें। 31 जलाई के बाद किए गए आवेदनों पर कोई विचार नहीं होगा। यह डेट भी पब्लिक की डिमांड को देखते हुए महापौर के द्वारा बढ़ाई गई थी। अब भी चूक गए तो दोबारा यह मौका नहीं मिलेगा। फिर वही हाउस टैक्स जमा करना पड़ेगा, जो जीआईएस सर्वे के बाद लगाया गया है। लोगों की सुस्ती को देखते हुए मुख्य कर निर्धारण अधिकारी द्वारा रिमाइंड किया गया है।

पार्षदों की मांग पर बढ़ाई गई थी डेट
वर्ष 2022 में जीआईएस सर्वे के आधार पर करीब 88 हजार भवनों को नोटिस भेजी गई थी।
यह ऐसे मकान थे जिनके भवन का दायरा बढ़ गया था या फिर नए मकान बनाए गए थे।
इसके पूर्व 2011 में प्रतिवर्ग फीट के हिसाब से ही हाउस टैक्स निर्धारित था.जो जीआईएस सर्वे के पूर्व तक लागू था।
बताते हैं कि सर्वे के बाद भवनों की संख्या बढ़कर करीब 02 लाख 32 हजार के आसपास पहुंच गई थी।
सर्वे के बाद बढ़े हुए हाउस टैक्स को लेकर नगर निगम सदन की बैठक में हंगामा हो गया।
कई घंटे तक इस मुद्दे पर चली बहस के बाद जन हित को ध्यान में रखते हुए सदन के द्वारा रास्ता निकाला गया।
तय किया गया था कि जून लास्ट तक लोग स्वकर निर्धारण प्रक्रिया के तहत आवेदन करें।
उनके आवेदन पर कर्मचारियों के द्वारा भवनों का स्थलीय जांच किया जाएगा। रियल स्थिति मौके पर जितनी होगी उतने का ही टैक्स लगाया जाएगा।
फिर सर्वे में यदि हाउस टैक्स बढ़ा है तो उसे घटा दिया जाएगा।

32 हजार आवेदन मिल चुके
बताते हैं कि इसके बाद विभाग को करीब 32 हजार स्वकर निर्धारण प्रणाली के तहत आवेदन मिले थे। आवेदन की लास्ट डेट को काफी कम बताते हुए फिर पार्षदों के द्वारा हंगामा शुरू कर दिया गया। यह देखते हुए एक बार फिर स्वकर निर्धारण की डेट को बढ़ाकर 31 जुलाई कर दी गई। अब इस डेट को समाप्त होने में महज 40 से 41 दिन ही शेष रह गए हैं। फिर भी स्वकर निर्धारण के लिए आवेदन की प्रक्रिया काफी सुस्त हो गई है। यह देखते हुए मुख्य कर निर्धारण अधिकारी नगर निगम के द्वारा भवन स्वामियों को रि-माइंड करते हुए लेटर जोनल कार्यालयों को जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि वे अपने एरिया के पार्षदों को इसके बारे में बता दें। ताकि वह पार्षद शहरियों को इस स्कीम व लास्ट डेट के बारे में बताकर आवेदन करा सकें। क्योंकि डेट समाप्त होने के बाद आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।

अभी लोगों के पास थोड़ा समय है इस लिए वह स्वकर निर्धारण स्कीम का लाभ ले सकते हैं। डेट समाप्त होने के बाद किसी के भी आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा।
पीके द्विवेदी मुख्य कर निर्धारण अधिकारी