प्रयागराज ब्यूरो । माफिया के खिलाफ सिर्फ मुकदमे दर्ज कराकर उन्हें जेल भेजने की कार्रवाई ही नहीं, उनके असलहों के लाइसेंस भी निरस्त कराए गए हैं। पिछले सात वर्षों में जिले के दो दर्जन से ज्यादा माफिया तथा उनके परिवारीजनों, रिश्तेदारों तथा करीबियों के 247 असलहों के लाइसेंस खारिज कर दिए गए। यही नहीं उनके शस्त्र भी जमा करा लिए गए हैं।
डीएम कोर्ट से हुए खारिज
इन माफिया में अतीक अहमद, मोहम्मद अशरफ, विजय मिश्र, दिलीप मिश्र, मो.जावेद उर्फ पप्पू गंजिया, मोहम्मद मुजफ्फर, जुनैद, बब्बू पंडित आदि शामिल हैं, जिनके परिवार के लोगों के साथ ही उनके गुर्गों के नाम पर हुए असलहों के लाइसेंस रद हुए हैं। इनके अलावा 19 ऐसे लाइसेंसधारकों से असलहा रखने के अधिकार छीने गए, जो आपराधिक वारदात में शामिल हुए। यही नहीं असलहों का प्रदर्शन भी किया और असलहे दिखाकर जान से मारने की धमकी दी। चार असलहों के लाइसेंस हर्ष फायरिंग में निरस्त किए गए हैं। डीएम संजय कुमार खत्री के मुताबिक काफी संख्या में जिलाधिकारी न्यायालय से असलहों के लाइसेंस खारिज हुए हैं। आपराधिक प्रवृति सामने आने पर ये कार्यवाही की गई है। लाइसेंसी असलहों के दुरुपयोग पर इस तरह की कार्यवाही आगे भी होती रहेगी।
48 व्यक्तियों से गनर भी वापस
जनपद में काफी संख्या में ऐसे-वैसे लोगों ने भी सरकारी गनर ले रखे थे। कई आपराधिक किस्म के लोगों को भी गनर मिल गए थे। पिछले सात वर्षों में 48 लोगों से गनर वापस ले लिए गए। इन पर कई तरह के आरोप थे। कई लोगों पर गनर लेने के बाद अपराधिक मुकदमे दर्ज हो गए थे।