उमस के बीच बिजली से परेशान थे अधिवक्ता, साथियाें ने कटौती से मौत होने का आरोप लगाकर किया प्रदर्शन

डिस्ट्रिक्ट कोर्ट से लगे 84 खंभा एरिया में गुरुवार की सुबह एक अधिवक्ता की मौत हो गई। संयोग से इस वक्त बिजली गुल थी। भीषण उमस के बीच बिजली गायब होने को मौत का कारण बताते हुए अधिवक्ताओं ने कचहरी चौराहे पर चक्काजाम कर दिया। इससे अफरा तफरी की स्थिति बन गयी। सूचना पाकर पहुंचे पुलिस अफसरों ने किसी तरह समझा-बुझाकर अधिवक्ताओं को शांत कराया। इसके बाद बिना पोस्टमार्टम कराए बॉडी परिवार के लोग अंतिम संस्कार के लिए ले गए। मौत का कारण आर्ट अटैक बताया गया है।

सोरांव एरिया के रहने वाले थे अधिवक्ता

सोरांव थाना क्षेत्र के माधवपुर कमला नगर गांव निवासी 54 वर्षीय नरेंद्र प्रसाद त्रिपाठी पुत्र प्रसिद्ध नारायण कचहरी में वकालत करते थे। जिला अधिवक्ता संघ भवन के पास उनका चेंबर था। बताया जाता है कि गुरुवार सुबह करीब 11 बजे वह घर से कचहरी आए। फिर चेंबर पहुंचकर कुर्सी पर बैठ गए। चाय पीने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। उल्टी होने के साथ ही वह कुर्सी से नीचे गिर गए। यह देख वहां मौजूद दूसरे अधिवक्ताओं ने किसी तरह सहारा दिया और फिर आनन-फानन उन्हें निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उधर, घटना के वक्त 84 खंभा में बिजली नहीं आ रही थी। कुछ अधिवक्ताओं का कहना था कि विद्युत आपूíत बाधित होने के कारण ही अधिवक्ता नरेंद्र को गर्मी लगी, जिससे तबीयत खराब हुई और निधन हो गया। थोड़ी देर बाद तमाम अधिवक्ता कचहरी रोड पर जमा हो गए और फिर रास्ता जाम करते हुए हंगामा करने लगे। आवागमन बाधित होने की खबर मिलते ही कर्नलगंज पुलिस मौके पर पहुंची। उन्हें बताया गया कि बिजली कटौती से नहीं बल्कि हार्ट अटैक से मौत हुई है। समझाने पर नाराज अधिवक्ता शांत हुए और फिर आवागमन शुरू हो सका।

डॉक्टरों ने हार्ट अटैक से मौत होने की बात कही है। स्वजनों ने बॉडी का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया। वे बॉडी अंतिम संस्कार के लिए लेकर चले गए।

धीरेंद्र सिंह

चौकी इंचार्ज कटरा