असली कंपनी की हूबहू पैकिंग में नकली दवा के सौदागर पर कीडगंज में मुकदमा
कंपनी के लीगल एडवाइजर की सूचना छापेमारी में 17 गत्ता दवा बरामद
PRAYAGRAJ: रातों-रात लखपति बनने की रेस में चंद लोग कानून ही नहीं तोड़ते, अपनो से विश्वासघात करने से बाज नहीं आ रहे। शुक्रवार को कीडगंज एरिया में एक ऐसा ही मामला पकड़ा गया। फलों को पकाने वाली लाखों की डुप्लीकेट यानी नकली दवा पकड़ी गई। नकली दवा तैयार करने वाला शातिर नामी कंपनी के नाम से नकली दवा बेच रहा था। इस बात की सटीक जानकारी पर कंपनी के लीगल एडवाइजर संजीव कुमार राघव थाने पहुंचे। उनकी बात सुनते ही पुलिस हरकत में आ गई।
नकली दवा के गोदाम पर छापा
फोर्स लेकर इंस्पेक्टर कंपनी के लीगल एडवाइजर संग उस गोदाम पर पहुंचे जहां नकली दवाएं डंप थी। पुलिस को देखते ही गोदाम में मौजूद लोग सन्नाटे में आ गए। पुलिस ने बताया कि अमर ज्योति गैसेज नामक इस गोदाम में कुल 17 गत्ता एफवाईके दवा बरामद हुई। यह दवा बनाने वाली कंपनी के लीगल एडवाइजर व एक्सपर्ट ने पुलिस को बताया कि दवा उनकी कंपनी की नहीं है। पैकिंग और बरामद गत्ते हूबहू उनकी कंपनी के हैं। असली कंपनी की तरह पैकिंग करके शातिर नकली दवाएं बेच रहा था। बरामद डुप्लीकेट एक गत्ते में 32 पैकेट दवा बताई गई। कंपनी के लीगल एडवाइजर की तहरीर पर आरोपित संजय केसरवानी पुत्र देवेन्द्र केसरवानी निवासी बाई का बाग के खिलाफ कीडगंज में मुकदमा दर्ज किया गया। इस पर कॉपी राइट सहित कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं।
आरोपित फल पकाने वाली नकली दवा बनाकर असली कंपनी के नाम पर बेच रहा था। कंपनी के लीगल एडवाइजर की सूचना पर छापेमारी कर गोदाम से नकली दवा बरामद की गई। तहरीर पर आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
रोशन लाल
इंस्पेक्टर कीडगंज