प्रयागराज (ब्यूरो)।शहर के काल्विन हॉस्पिटल में एसएलटी यानी लैब टेक्नीशियन के पद तैनात 57 वर्षीय बबलीराम जाटव की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। घटना सोमवार रात उस वक्त हुई जब वह फूलपुर ब्लाक के सरकारी आवास में बाउंड्री के अंदर सो रहे थे। बाउंड्री का दरवाजा अंदर से बंद था। ऐसे में माना जा रहा कि हत्यारे बाउंड्री की दीवार लांघ कर अंदर घुसे होंगे। आवास के बरामदे में कुछ सामान बिखरा हुआ था। इससे अनुमान लगाया जा रहा कि कातिलों से उनकी हाथापाई भी हुई रही होगी। सुबह उनकी बॉडी आवास परिसर में चारपाई के पास जमीन पर पड़ी मिली। बदन पर सिर्फ अंडरवियर के अतिरिक्त कुछ भी नहीं था। ब्लड जमीन पर फैला हुआ था। सुबह देर तक वे बाहर नहीं आए तो चौकीदार जगाने के लिए पहुंचा। बाहर से दरवाजे पर आवाज दिया मगर कोई उत्तर नहीं मिला। जवाब नहीं आने पर वे पड़ोसियों को इस बात की खबर दी। पड़ोसी पहुंचे और बाउंड्री की दीवार से झांककर अंदर देखे। जमीन पर पड़ी खून से लथपथ लैब टेक्नीशियन की बॉडी को देख सभी लोग सन्नाटे में आ गए। खबर पाते ही फूलपुर पुलिस व अधिकारी फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड की टीम केसाथ मौके पर पहुंचे। छानबीन के बाद बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई। घटना फूलपुर थाना क्षेत्र की है।
बिखरा सामान दे रहा संघर्ष का सुबूत
जौनपुर जिले के सुरेरी निवासी स्व। पतिराज का बेटा बबलीराम स्वास्थ्य विभाग में लैब टेक्नीशियन के पद पर तैनात थे। जिले में कौंधियारा, होलागढ़ व फूलपुर पीएचसी एवं सीएचसी सहित अन्य अस्पतालों में तैनात रहे। फूलपुर ब्लाक में तैनाती के वक्त उन्हें ब्लाक में सरकारी कमरा मिला था। वहीं पर वह अकेले रहा करते थे। बताते हैं कि कुछ महीने पूर्व उनका तबादला काल्विन हॉस्पिटल हो गया था। वह यहां ड्यूटी के लिए फूलपुर आवास से प्रतिदिन अपडाउन किया करते थे। सोमवार को दिन में ड्यूटी करने के बाद शाम को वह फिर फूलपुर ब्लाक में मिले सरकारी आवास में चले गए। रात के वक्त वह इस आवास की बाउंड्री के अंदर बने बरामदे में सो रहे थे। अंदर से वह बाउंड्री में लगे दरवाजे की कुंडी लगा रखे थे। इसी बीच बाउंड्री की चहरदीवारी लांघकर कातिल अंदर घुस गए। मच्छरदानी लगाकर चारपाई पर सो रहे थे। अंदर घुसे हत्यारे उनपर हमला बोल दिए। कातिलों के जरिए बेरहमी से उन पर चाकू व धारदार हथियार से हमला कर दिए। चाकू से उनके सीने और गले व चेहरे एवं हाथ पर कई वार किए गए हैं। अंदर बिखरे हुए सामान से मालूम पड़ता है कि कातिलों से लैब टेक्नीशियन की हाथापाई भी हुई थी।