उज्जैन सिंहस्थ और इलाहाबाद 2013 कुंभ से जुड़े अधिकारियों ने की शिरकत
ALLAHABAD: कुंभ मेला एरिया में अस्थाई गैस कनेक्शन देकर गैस सिलेंडर से होने वाले हादसों को रोका जा सकता है। रोडवेज का किराया कम करके श्रद्धालुओं को रेलवे से बस के सफर की ओर मोड़ा जा सकता है। यह बात मुख्य अतिथि के तौर पर 2013 कुंभ के समय कमिश्नर एवं वर्तमान में संयुक्त सचिव भारत सरकार देवेश चतुर्वेदी ने कहीं। वह सर्किट हाउस इलाहाबाद के सभागार में कुंभ में आपदा प्रबंधन विषय पर आधारित कार्यशाला में बोल रहे थे। इसका उद्घाटन कमिश्नर डॉ। आशीष गोयल ने किया। इस दौरान मुख्य अतिथि ने कहा कि आपदा प्रबन्धन के नाम पर कुंभ की यह कार्यशाला वास्तव में कुंभ के सकल प्रबन्धन की कार्यशाला है।
आयोजन को बताया चुनौती
कार्यशाला के संयोजक व विशेष सचिव राहत संजय कुमार ने कहा कि कुंभ का आयोजन इलाहाबाद के अधिकारियों के लिए चुनौती की तरह है। एनडीएम के सलाहकार ब्रिगेडियर अजय गंगवार ने एक तकनीकि प्रेजेंटेशन से भीड़ का सही अनुमान तथा आगन्तुकों की सही संख्या आकलित करने की तकनीक पर प्रकाश डाला। बिहार राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के पूर्व सदस्य अनिल के सिन्हा ने रिस्क फैक्टर को समझने तथा उसकी जरूरत के मुताबिक पूर्व तैयारियों को करने पर प्रकाश डाला। आईआरटीएस के प्रो। संजय त्रिपाठी ने रेलवे और प्रशासन के मध्य निरंतर संवाद की अनिवार्यता पर बल दिया। 2013 के कुम्भ में कार्यरत एसएसपी ने यातायात पुलिस एवं सिविल पुलिस के मध्य समन्वय को भीड़ प्रबन्धन की दृष्टि से अनिवार्य बताया।