- त्योहार पर बढ़ गए दाम, बिक रहा मिलावटी दूध और खोया

- घर बैठे हो सकती है मिलावट की जांच, घटिया प्रोडक्ट की भी होगी पकड़

- शासन से जारी हुए दिशा निर्देश, विभाग में दर्ज करा सकते हैं शिकायत

प्रयागराज- होली पर दूध और खोवे की खपत कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में दुकानदार जमकर मिलावटखोरी करते हैं और पब्लिक को ऊंचे दाम पर घटिया माल उपलब्ध कराते हैं। इससे पब्लिक की जेब को चूना लगता है साथ ही मिलावटी पदार्थ खाकर सेहत भी खराब होती है। इससे बचाव के लिए लोगों को खुद एलर्ट रहना सीखना होगा। वह घर बैठे मिलावट की जांच कर सकते हैं। फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग ने इस संबंध में गाइड लाइन जारी कर लोगों को स्वयं खानपान की चीजों की जांच करने के तरीके जारी किए हैं।

ऐसे करें दूध की जांच

पानी

दूध में पानी की मिलावट की जांच करने के लिए उसकी एक बूंद को चिकनी या चमकदार तिरछी सतह पर डालने पर शुद्ध दूध की बूंद धीरे धीरे पीछे एक सफेद निशान छोड़कर बहती है। जबकि पानी मिले दूध तेजी से बिना निशान छोड़े बह जाता है।

स्टार्च

टिंक्चर आयोडीन की कुछ बूंदे मिलाने पर दूध का रंग नीला हो जाता है। इससे स्टार्च की मिलावट पकड़ में आ जाती है।

यूरिया

एक परखनली में थोड़ा दूध लेकर उसमे आधा चम्मच सोयाबीन या अरहर पाउडर मिलाकर हिलाएं। पांच मिनट के लिए उसे रख दीजिए। इसके बाद उसमें एक लाल लिटमस पेपर डुबाने पर पेपर का रंग लाल से नीला हो जाता है तो समझिए यूरिया की मिलावट हुई है।

वनस्पति

दूध में वनस्पति की मिलावट की जांच करने के लिए 3 से 5 मिली दूध एक परखनली में उसमें दस बूंद हाइड्रोक्लाराइड अम्ल एवं एक चम्मच चीनी मिलाई जाती है। पांच मिनट बाद लाल रंग दिखाई देता है तो उसमे वनस्पति उपस्थित है।

डिटर्जेट

5 से 10 मिली दूध और इसी मात्रा में पानी मिलाकर हिलाने पर झाग बनता है तो समझे इसमें डिटजेर्ट मिला है।

सिंथेटिक मिल्क

सिंथेटिक दूध का स्वाद कड़वा होता है। इसे उंगलियों के बीच रगड़ने पर साबुन जैसा महसूस होता है और गर्म करने पर पीला हो जाता है।

खोया की जांच

स्टार्च

एक चम्मच खोये को पानी में गर्म कर, ठंडा करके कुछ बूंद आयोडीन या टिंक्चर आयोडीन की डाली जाएं। अगर रंग नीला आता है तो स्टार्च मिलाया गया है।

फार्मेलीन

इसके लिए कम मात्रा में खोया उबालें। अब इसमें एचटूएसओफोर की बूंद मिलाएं। खोया नकली होगा तो कंटेनर के चारों ओर बैंगनी नुमा रिंग बन जाएगी। इसके अलावा शुद्ध चिकना और मीठा होता है। इसलिए खोया खरीदने से पहले इसे रगड़कर देखें और मिठास की जांच कर लें।

खुद लगा लें अंदाजा

खोये की असलियत का अंदाजा लगाना आसान होता है। बस इसके लिए अपनी सिक्स्थ सेंस का इस्तेमाल करिए।

इस समय दूध का रेट 45 से 50 रुपए प्रति लीटर है और चार से पांच लीटर दूध से एक किलो खोया बनता है।

इस समय बाजार में खोये की कीमत 250 से 300 रुपए प्रति किलो है।

अगर कोई दुकानदार 150 से 200 रुपए क रेट में खोया बेच रहा है तो होशियार हो जाएं।

इसका मतलब है कि उसका खोया मिलावटी है। इसमें आलू और शकरकंद की मिलावट की जाती है जिससे यह भारी हो जाता है।

ऐसे होती है घातक मिलावट

दूध और उससे उत्पादों में यूरिया, स्टार्च, वनस्पति, फॉर्मेलिन, सल्फ्यूरिक एसिड , कोल तार डाई और ब्लोटिंग पेपर आदि की मिलावट की जाती है। इनमें स्टार्च और वनस्पति कम मिलावटी हैं, जबकि तारकोल डाई में मौजूद कुछ हैवी मेटल्स मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इससे पाचन तंत्र खराब होता है अैार लंबे समय तक इसका असर रह सकता है। इससे बचाव करने के लिए बाजार में अच्छी दुकान से चीजों की खरीदारी करनी चाहिए।

फैट निकालकर बेचते हैं प्रोडक्ट

हर साल त्योहारों पर विभाग द्वारा दूध और खोवे की जांच कर सैंपल लैब भेजे जाते हैं। इनमें सबसे ज्यादा सैंपल सब स्टैंडर्ड पाए जाते हैं। मतलब दूध और खोवे में फैट गायब मिलता है। इसे दुकानदार निकालकर सप्रेटा दूध बेचते हैं। वही खोवा में स्टार्च की मिलावट मिलती है। मतलब बिना फैट वाले खोवे स्टार्च मिलाया जाता है।

हमलोग मार्केट में दूध और खोवे की जांच कर रहे हैं और त्योहार पर अधिक से अधिक संख्या में सैंपलिंग करते हैं। शंका के आधार पर सैंपल की लैब में जांच कराई जाती है। लोग चाहे तो स्वयं जांच कर असली और नकली पदार्थ में अंतर कर सकते हैं।

केके त्रिपाठी, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी, प्रयागराज

पब्लिक पहले से अधिक स्मार्ट हो गई है। लोग तमाम तरीकों से असली और नकली की जांच कर रही है। बावजूद इसके अगर कोई प्राब्लम है तो विभाग मं आकर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। हम लोग संबंधित दुकान से नमूना लेकर जांच के लिए भेजेंगे।

ममता चौधरी, अभिहित अधिकारी, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग प्रयागराज