प्रयागराज ब्यूरो । जी हां बढ़ते संचार क्रांति युग में जीवन के सभी पहलुओं को बदल कर रख दिया है। स्वास्थ्य सेवाओं में एक अब एक नई पहल एआई-वोट एप काफी मददगार हो सकता है। एमएनआईटी के इनोवेशन और इंक्यूबेशन हब में आयोजित दो दिवसीय स्टार्टअप संगम के दूसरे दिन गुरुवार को एमएनएनआइटी के 1983 बैच के पुरा छात्र प्रदीप गुप्ता ने विकसित किए गए साफ्टवेयर की खूबियों को साझा किया।
17 से 18 स्वास्थ्य मानकों की जानकारी शामिल
प्रदीप गुप्ता ने बताया कि एआई-वोट एक एआई टेक्नोलॉजी आधारित उत्पाद है। एआईवोट एक वेबसाइट ङ्खङ्खङ्ख.ड्डद्ब1शह्ल.ड्डद्ब है, जिसके माध्यम से कोई भी शख्स अपने चेहरे के द्वारा केवल 60 सेकंड में अपने शरीर की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकता है। इस उत्पाद में लगभग 17 से 18 स्वास्थ्य मानकों की जानकारी शामिल है, जैसे कि रक्तचाप, हीमोग्लोबिन, तनाव, शुगर और हृदय गति समेत अन्य बीमारियां।
प्रदीप ने बताया कि एआई-वोट में फोटोप्लेथिस्मोग्राफी तकनीक का उपयोग किया गया है, जो हृदय प्रणाली की जानकारी इक_ा करती है। इसमें आरजीबी (रेड, ग्रीन, ब्लू) सिस्टम का भी उपयोग किया गया है, जो रक्त , त्वचा और हृदय के विश्लेषण में मदद करता है। इस उत्पाद को आईएसओ द्वारा प्रमाणित किया गया है और वह जल्द ही इसका ऐप लॉन्च करने वाले हैं।
घर बैठे प्राप्त कर सकेंगे डेटा
एआईवोट एक सदस्यता आधारित और पैकेज आधारित सेवा होगी, जिससे लोग अपने घर बैठे स्वास्थ्य डेटा प्राप्त कर सकेंगे। प्रदीप ने बताया कि उन्होंने अब तक कई बीमा कंपनियों और स्वास्थ्य कंपनियों के साथ सहयोग स्थापित किया है और उनका ऐप जल्द ही लांच होगा। उनका मानना है कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं अक्सर हमारी त्वचा पर भी असर डालती हैं, और एआई-वोट इसी आधार पर काम करता है, जिससे यह न केवल स्वास्थ्य डेटा प्रदान करता है, बल्कि उस डेटा का रिकॉर्ड भी रखता है।
पार्सल पहुंचाएगा 'टीसॉ ड्रोनसÓ
कार्यक्रम में पहुंचे टी-सा ड्रोन स्टार्टअप के प्रबंध निदेशक किशन तिवारी ने अपने स्टार्टअप टीसॉ ड्रोनस के बारे में जानकारी दी। देवरिया के रहने वाले किशन तिवारी ने 2019 में इस उत्पाद को लांच किया। उन्होंने बताया कि टीसॉ एक एआई-संचालित ड्रोन है, जो बिना मानव हस्तक्षेप के किसी भी स्थान से लॉजिस्टिक्स पहुंचा सकता है। यह ड्रोन केवल आदेश देकर एक शहर से दूसरे शहर तक संचालित किया जा सकता है। किशान ने बताया कि उन्होंने पहली बार कोविड-19 महामारी के दौरान, तेलंगाना सरकार के साथ मिलकर वैक्सीन वितरण के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया।
क्या है खासियत
1. इन ड्रोन की वजन उठाने की क्षमता 5 किलोग्राम से 200 किलोग्राम तक है, और यह 4जी और सैटेलाइट संचार के माध्यम से संचालित होते हैं।
2. इसके अलावा, इसमें एक आपातकालीन लैंडिंग प्रणाली भी है, जो किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में मदद करती है।
3. हाल ही में, किशान ने स्मृति वैली में स्वास्थ्य सेवा प्रदान की, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सराहा।
भविष्य में चलेगी एयर टैक्सी
किशन तिवारी ने बताया कि वे भविष्य में एयर टैक्सी उत्पाद पर भी काम कर रहे हैं, जो लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में और भी नए आयाम स्थापित करेगा।