प्रयागराज ब्यूरो ।अगर आप बाजार से सोने के जेवर खरीद रहे हैं और आपने उस पर अंकित एचयूआईडी नंबर देख लिया है तो भी संतुष्ट होने की जरूरत नही है। क्योंकि, ठगों ने सरकार के इस नियम का भी तोड़ निकाल लिया है। वह किसी जेवर के एचयूआईडी नंबर और हालमार्क को हूबहू कम कैरेट वाले जेवर पर अंकित कर उसे बेच दे रहे हैं। इससे ग्राहक को चूना लग रहा है। ऐसे मामले यूपी के कई शहरों में सामने आ रहे हैं। ऐसे में भारतीय मानक ब्यूरो ने लोगों को सचेत किया है। सर्राफा एसोसिएशन भी व्यापारियों से इस तरह के पैतरों से बचने की अपील की है।
ऐसे होता है एचयूआईडी के नाम पर खेल
बाजार में एचयूआईडी के नाम पर सफाई से खेल किया जा रहा है। एक सही गुणवत्ता के जेवर का हालमार्क कराकर उसके जैसे तमाम जेवर बनवाने के बाद उस पर वैसा ही फर्जी हालमार्क बनवाकर कम कैरेट का सोना बेचा जा रहा है। हालमार्क देखकर लोग आसानी से विश्वास कर लेते हं और उसे खरीदने में कोई हिचक नही दिखाते हैं। लेकिन जब इसी सोने की कहीं जांच होती है तो गड़बड़ी पकड़ में आ जाती है। ऐसा ही एक मामला हाल ही में कानपुर के किदवई नगर में पकड़ में आया। एक अन्य मामला अलीगढ़ में सामने आया है। कुछ और शहरों में ठीक ऐसे ही मामले आने के बाद भारतीय मानक ब्यूरो ने ग्राहकों को सचेत करना शुरू कर दिया है।
किस कैरेट में कितने प्रतिशत होता है सोना
कैरेट सोने का प्रतिशत
14 58.33
18 75
20 83.33
22 91.67
23 95.83
24 100
कैरेट और वजन चेक कराना जरूरी
एक्सपर्ट कहते हैं कि आमतौर पर लोग जेवर खरीदते हैं तो सबसे पहले उस पर अंकित एचयूआईडी नंबर भारतीय मानक ब्यूरो के ऐप पर चेक करते हैं। जो जानकारी मिलती है उसे देखकर संतुष्ट हो जाते हैं। उन्हे नही मालूम होता कि जो जेवर दिख रहा है वह सेम है लेकिन इसका कैरेट और वजन दोनों कम हो सकता है। इसकी जांच कराना बेहद जरूरी है। जानकारी के मुताबिक अगर दस ग्राम 24 कैरेट सोने का दाम 60 हजार रुपए है। किसी जेवर को 20 कैरेट लिखकर बेचा जा रहा है और वह महज 14 कैरेट का है तो ग्राहक को आसानी से 15 हजार का चूना लगेगा।
हाल ही में सरकार ने किया है लागू
देशभर में केंद्र सरकार ने हाल ही में एचयूआईडी और हालमार्क को अनिवार्य कर दिया है। सोने का कोई भी जेवर इन दोनों के जरिए ही बेचा जा सकेगा। इन कठोर नियमों का कई जगह पर विरोध दर्ज कराया गया। कुछ मुनाफाखोर अब इन नियमों से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए अब ऐसी ट्रिक अपना रहे हैं। जिसके बाद मामले खुलकर सामने आए हैं। अब भारतीय मानक ब्यूरो लोगों को सचेत कर रहा है। ताकि लोगों को डुप्लीकेसी के जरिए चूना न लगाया जा सके।जब से सरकार ने नियम बनाया है उनका कड़ाई से पालन किया जा रहा है। गहनों पर ओरिजिनल हालमार्किंग और एचयूआईडी नंबर अंकित कराया जा रहा है। अगर कोइ दुकानदार ऐसा करता पाया जाता है उसके खिलाफ एसोसिएशन खुद कार्रवाई करेगी।
दिनेश सिंह
अध्यक्ष, प्रयागराज सराफा एसोसिएशन